Posted on 09-May-2015 04:01 PM
1.प्रार्थना आत्मा की आध्यात्मिक भूख हैं।
2. प्रार्थना आत्म शुद्धि का आवाहन है।
3. प्रार्थना मानवीय प्रयत्नों में ईश्वरतत्व का सुन्दर समन्वय है।
4. प्रार्थना आत्मविश्वास का पहला पायदान है।
5. प्रार्थना से आत्म सत्ता में परमात्मा का सूक्ष्म दिव्य तत्व झलकने लगता है।
चार बातों का ध्यान रखें