Posted on 09-Aug-2016 10:48 AM
सत्य वही चिड़िया कहा, गाए श्रद्धा गीत। डाल-डाल पर फुदकती, पात-पात से प्रीत ।।
भावार्थ -सत्यरूपी चहकती चिड़िया जो हमेशा श्रद्धा के ही गीत गाती है। जो हर डाल पर फुदकती हुई, पात-पात से प्यार की डोर बाँधती हुई फुर्र-फुर्र उड़ती हुई नज़र आती है।
अमृत वचन - सत्यरूपी चिड़िया हमेशा श्रद्धा के ही गीत गाती है।