Posted on 13-Jun-2015 02:24 PM
उदयपुर। राज्य सरकार ने गाय-भैंसों में होने वाले गलगोंटू रोग से बचाव के लिए उनका वैक्सीनेशन करने के निर्देश दिए हैं। पशुपालन निदेशक ने कहा कि बरसात आने से पहले यह वेक्सीनेशन हो जाना चाहिए। वैक्सीनेशन का यह कार्य 15 से 20 जून के मध्य होना चाहिए। इसके लिए सभी पशु चिकित्सा संस्थानों को गांवों में शिविर लगाकर यह कार्य प्राथमिकता से करना है।
पशुपालन निदेशक अजय गुप्ता ने सभी पशु चिकित्सालयों में जारी किए गए निर्देशों में कहा है कि एचएस वैक्सीनेशन के इस कार्य में जिले की सभी पशु चिकित्सा संस्थाएं शामिल होंगी। सप्ताह भर इन्हें प्रतिदिन नजदीक गांव में शिविर लगाना है। जिले में 200 संस्थाएं यह कार्य करंेगी। प्रत्येक संस्था को 1000 पशुओ में वैक्सीनेशन का लक्ष्य दिया गया है। इस वैक्सीनेशन के लिए पशुपालकों से महज एक रुपया लिया जाएगा।
क्या है गलगांेटू रोग-
यह रोग गाय-भैंसों मंे बहुतायत से होता है। इस रोग का कीटाणु बरसात आते ही मिट्टी में सक्रिय हो जाता है।
इस जीवाणु के संक्रमण से इन जानवरों के गले में गांठ बन जाती है जिससे इन्हें श्वास लेने में काफी दिक्कत आती है।
धीरे-धीरे श्वास आना बंद हो जाता है और पशु मृत हो जाता है। दक्षिण राजस्थान में इस रोग से मरने वालों पशुओं की संख्या अधिक रहती है।
शिविर लगेंगे -1000 गांवों में
प्रत्येक संस्था -1000 पशुओं का वैक्सीनेशन करेंगी टीकाकरण-दो लाख पशुओं का
ऐसे निर्देश मिले हैं। इनकी अनुपालना में सभी 200 संस्थाओं को निर्देशित कर दिया है। प्रत्येक संस्था को 15 जून से प्रतिदिन शिविर लगाने के निर्देश दिए हैं। उन्हें नजदीक के गांव में शिविर लगा कर पशुओं का