Posted on 02-May-2015 11:44 AM
ओलावृष्टि और बेमौसम बारिश से बेहाल किसान के लिए राहत भरी खबर नहीं है। इस वर्ष भी मानसून के सामान्य से कम रहने की संभावना जतायी गयी है।
केन्द्रीय विज्ञान और प्रौद्योगिकी मंत्री हर्ष वर्धन यहां 2015 के मानसून के लिये भारतीय मौसम विभाग (आईएमडी) के पहले अनुमान को जारी करते हुये कहा कि जून-सितम्बर के दौरान मानसून की बारिश सामान्य से कम रहने की उम्मीद है। उन्होंने संवाददाताओं को बताया कि 50 साल के औसत के अनुसार बारिश 93 प्रतिशत रहेगी।
डाॅ. हर्षवर्धन ने कहा कि मानसून के दौरान 33 प्रतिशत कम बारिश होने का अवसर हैं। सामान्य मानसून के लिये यह 28 प्रतिशत तक माना जाता है। इस प्रकार सामान्य से अधिक मानसून रहने की संभावना कम है। गौरतलब है कि पिछले साल देर से आई बारिश और जगह-जगह बाढ़ के कारण किसानों को खरीफ के दौरान काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ा था। रबी फसल के दौरान भी ओलावृष्टि और बेमौसमी बारिश से गेहूं, सरसों और अन्य दलहनी फसलों को काफी नुकसान पहुँचा है।