Posted on 30-May-2015 04:01 PM
उदयपुर। नारायण सेवा संस्थान में महाराणा प्रताप जयन्ती समारोह पूर्वक मनाई गई। इस अवसर पर आयोजित संगोष्ठी की अध्यक्षता करते हुए पद्मश्री कैलाश मानवने कहा कि वे ऐसे युग पुरूष थे जिनसे आने वाली पीढि़या मातृ भूमि की रक्षा और अपने स्वाभिमान को बनाए रखने के लिए प्रेरित होती रहेंगी। वरिष्ठ पत्रकार विष्णु शर्मा हितैषी ने कहा कि महाराणा प्रताप ने जहां हल्दीघाटी के युद्ध में मुगल सेना के खिलाफ अपना अद्वितीय रण कौशल दिखाया वहीं साहित्य व कला के क्षेत्र में भी उनका योगदान अप्रतिम था। जगदीश आर्य ने कहा कि प्रताप ने राजसी सुखों की अपेक्षा उद्देश्यपूर्ण जीवन के लिए
कष्टो को स्वीकार किया। देवेन्द्र चैबीसा ने कहा कि महाराणा प्रताप के त्याग व बलिदान से भारत के स्वतंत्रता आन्दोलन को भी बल मिला। रोहित शर्मा, अनिल आचार्य, भगवान गौड़, जबर सिंह आदि ने भी अपने विचार व्यक्त किए। इससे पूर्व प्रातः संस्थान के साधकों ने अध्यक्ष श्री प्रशान्त अग्रवाल के साथ महाराणा प्रताप के चित्र पर पुष्पाजंलि अर्पित की।