Posted on 24-Sep-2015 04:30 PM
नासिक की पावन धरा पर एक ओर कथा और दुसरी ओर निःशुल्क चिकित्सा शिविर का आयोजन हो रहा है। देवभूमि हिमाचल से आए भागवत कथा मर्मज्ञ आचार्य प्रवर श्री प्रकाश चैतन्य जी महाराज ने कहा कि प्रभु अपने भक्त के नेत्रों के समान होते हैं, जो वो चाहते हैं, वही अपने भक्त को दर्शन कराते हैं और उनका हाथ थामकर उन्हें भवसागर से पार कराते हैं। साथ ही सायंकालीन सत्संग प्रवचन व भजन संध्या के दौरान श्रद्धेय श्री दयालु जी महाराज ने राधे-राधे जपो चले आए बिहारी भजन पांडाल में उपस्थित श्रद्धालु व साधु लोग नाच उठे।
शिविर प्रभारी श्री राकेश शर्मा ने बताया कि कुंभ की पावन धरा पर हो रहे सेवा कार्य से अभिभूत होकर निःशक्त बंधुओं के परिजन प्रसन्न मन से संस्थान का आभार व्यक्त कर रहे हैं। डाॅ. ए.एस. चंुडावत व डाॅ. विनोद मेहता के हाथों से जीवनदान पा रहे मासूम बालक निरंतर स्वास्थ्य लाभ पा रहे हंै और अब तक लगभग 170 बालक सशक्त हो चुके हैं।
संस्थान के अनेकानेक साधक निरंतर सेवा कार्य को समर्पित हैं, जिनमें हरिप्रसाद, वासुदेव, दिलीप, अरूण, विनोद, अनिल, प्रफुल, राजू, रमेश, मुकेश, राकेश आदि अपस्थित थे। संचालन श्री ओमपाल ने किया।