Posted on 04-May-2015 12:03 PM
बाल गंगाधर तिलक अपने साथियों के साथ छात्रावास की छत पर बैठे गपशप कर रहे थे। तभी साथियों के सामने यह सवाल आया कि यदि अचानक किसी पर संकट आ जाए, तो उसकी रक्षा के लिए नीचे जल्दी से जल्दी जाने के लिए कौन,कैसे जाएगा ?
पहला लड़का बोला, ’’मैं सीढि़यों से दौड़ता हुआ निकल जाऊँगा।’’ दूसरे ने कहा ’’मैं रस्सी लगाकर नीचे उतर जाऊँगा।’’
एक ने पूछा ’’तिलक, तुम संकट की घड़ी मंे क्या करोगे ?’’ बाल गंगाधर तिलक ने अपनी धोती कसी और बड़ी सावधानी और कुशलता से ’’मैं ऐसा करूँगा,’’ कहकर नीचे छलाँग लगा ली। यही बालक आगे चलकर अपने साहसी गुणों के कारण लोकमान्य के रूप में प्रसिद्ध हुआ