Posted on 11-Sep-2015 03:13 PM
1. घर में जूते चप्पल इधर-उधर बिखेरकर या उल्टे करके नहीं रखने चाहिए, इससे घर में अशांति उत्पन्न होती है।
2. पूजा सुबह भूमि पर आसन बिछाकर पूर्व या उत्तर दिशा की ओर मुँह करके बैठकर करनी चाहिए। पूजा का आसन जूट अथवा कुश का हो तो उत्तम है।
3. पहली रोटी गाय के लिए निकालें। इससे देवता भी खुश होते हैं और पितरों को भी शांति मिलती है।
4. पूजा घर में सदैव जल का एक कलश भरकर रखें, जो जितना संभव हो, ईशान कोण के हिस्से में हो।
5. आरती, दीप, पूजा, अग्नि जैसे पवित्रता के प्रतीक साधनों को फंूक मारकर नहीं बुझाएं।
6. मंदिर में धूप, अगरबत्ती व हवनकुंड की सामग्री दक्षिण पूर्व में रखें अर्थात आग्नेय कोण में।
7. घर में कभी भी जाले न लगने दें।
8. घर के मुख्यद्वार पर दांयी तरफ स्वास्तिक बनाएं।
9. सप्ताह में एक बार अवश्य समुद्री नमक अथवा सेंधा नमक से घर में पोंछा लगाएं।इससे नकारात्मक ऊर्जा हटती है।
10. कोशिश करें कि सुबह के प्रकाश की किरणें सबसे पहले आपके पूजाघर तक जरूर पहुंचे।
11. पूजाघर में अगर कोई प्रतिष्ठित मूर्ति है तो उसकी पूजा हर रोज निश्चित रूप से हो, ऐसी व्यवस्था करें।