Posted on 16-Jul-2015 02:42 PM
मुनि प्रणम्य सागर ने सुनने की आदत डालने की सीख दी है। उन्होंने कहा कि जितना सुनेंगे, उतने नए विचार दिमाग में आएंगे। पशु-पक्षी और अन्य जीवों को देखकर सोचना चाहिए कि कभी हम भी ऐसे ही थे।
मुनि श्री, सेक्टर 4 के पाश्र्वनाथ दिगंबर जैन मंदिर में लाइफ मैनेजमेंट विषय पर प्रवचन दिया। उन्होंने कहा कि बुद्धि संसार के सभी प्राणियों में होती है, लेकिन अच्छे-बुरे की पहचान करने के लिए ज्ञान के साथ जब अच्छा आचरण सम्मिलित हो जाता है, तो मनुष्य का जीवन सद्गति की ओर बढ़ने लगता है।
मुनि चन्द्र सागर ने सहन शक्ति विकसित करने की प्रेरणा दी। उन्होंने कहा कि जब तक सहन शक्ति विकसित नहीं करेंगे, तब तक हम जीवन में उत्कर्ष को प्राप्त नहीं कर सकेंगे। प्रवक्ता मुकेश पांड्या ने बताया कि मुनि प्रणम्य सागर व मुनि चन्द्र सागर के सानिध्य में श्री वर्धमान स्तोत्र विधान हुआ। इसके पुण्यार्जक महेन्द्र कुमार विनोद कुमार शाह बने।