Posted on 04-May-2015 04:48 PM
शमशान घाट से आये हुए इंसान की कुछ कीटाणुओं के संपर्क में आने की संभावना रहती है। गंगाजल को पवित्र माना जाता है। गंगाजल अथवा हल्दी मिला पानी छिड़कने से कीटाणु साफ हो जाते हैं। कई प्रांतों में शमशान घाट सेे लौटने पर नहाने की प्रथा भी है। यदि कोई ऐसे घर गया हो, जहाँ मौत हुई हो तो उस पर भी पानी छिड़का जाता है अथवा उसे नहाने को कहा जाता है। सच तो यह है कि कहीं बाहर से आने पर हम वैसे भी अपना शरीर साफ करते हैं ताकि बाहर की धूल, मिट्टी और कीटाणु दूर हो सके। अतः पानी छिड़कना, नहाना आदि स्वास्थ्य के प्रति सावधानी के लिए भी है।