Posted on 14-Jun-2016 02:33 PM
क्या है कृत्रिम रक्त?
वैसे तो कई लोग, रक्त दान करते हैं, लेकिन फिर भी दुनिया भर में, कई अस्पतालों को रक्त दान की कमी से जूझना पड़ता है। कृत्रिम रक्त इस समस्या का समाधान हो सकता है। वैज्ञानिक, कृत्रिम रक्त बनाने की कोशिश कर रहे हैं। कृत्रिम रक्त, मुख्य रूप से लाल रक्त कोशिकाओं का ही एक विकल्प है। कृत्रिम रक्त, लाल रक्त कोशकाओं की तरह काम करते हैं। रक्त के विकल्प के रूप में प्रयोग होने वाले इन कृत्रिम रक्त को बनाने में दो चीजों का इस्तेमाल किया जाता है- ऑक्सीजन ले जाने वाला रसायन, पफर््लुरोकार्बोन्स (च्मतसिनवतवबंतइवदे - च्थ्ब्) और हीमोग्लोबिन पर आधारित प्रोडक्ट्स। इन्हें बनाने में, सिंथेटिक प्रोडक्शन, केमिकल आइसोलेशन, या रेकॉम्बीनैंट बायोकैमिकल टेक्नोलॉजी जैसे तरीकों का इस्तेमाल किया जाता है।
कृत्रिम रक्त, प्रयोग करने के फायदे-
इस कृत्रिम रक्त का मुख्य उद्देश्य, इस्तेमाल करने में सुरक्षित और शरीर के मुताबिक होना चाहिए। ताकि वह शरीर के अंदर जाकर कोई रिएक्शन ना करें। कृत्रिम रक्त, ब्लड टाइप पर निर्भर नहीं करता। इसका मतलब है, कृत्रिम रक्त मे से सभी बीमारी पैदा करने वाले बैक्टीरिया और वायरस को मार दिया जाता है। कृत्रिम रक्त, शरीर के सभी भागों तक रक्त पहुचाने में समर्थ है। कृत्रिम रक्त, प्रयोग करने का सबसे बड़ा फायदा है, कि इसे लंबे समय तक स्टोर करके रखा जा सकता है। लेकिन कृत्रिम रक्त के बारे में अभी और रिसर्च होना बाकि है। क्योकि इसके साथ अभी और भी बहुत समस्याएं जुडी हुई हैं।
जैसे- कृत्रिम रक्त, ब्लड टेस्ट के साथ हस्तक्षेप करता है और इससे परिणाम गलत हो सकते हैं। और यह बहुत जल्दी शरीर से बाहर निकल जाता है। यह ऑक्सीजन का कम कुशल वाहक हैं, मतलब यह सामान्य रक्त की तुलना में, ऑक्सीजन को इसने अच्छे तरीकें से शरीर के विभिन्न भागों तक नहीं पंहुचा पता।