Posted on 08-Jun-2015 04:09 PM
तंबाकू को सेवन सेहत के लिए ही नहीं सामाजिक दृष्टि से भी हानिकारक है। लंबे समय तक तंबाकू का इस्तेमाल करने वाले लोग समाज से कटने लगते हैं, जिसका असर उनकी कार्य करने की क्षमता पर भी पड़ता है। तंबाकू सेवन करने वाली दिल्ली की एक बड़ी आबादी पर एम्स के सोशल मेडिसन विभाग ने अध्ययन किया, जिसमें सेवन करने वालों की आदतें और उसके असर की बारीकी से पड़ताल की गई है। अध्ययन अप्रैल महीने के इंटरनेशनल जर्नल आॅफ मेडिसन एंड पब्लिक हेल्थ में प्रकाशित हुआ है। अध्ययन में दक्षिणपुरी इलाके के छह ब्लाक के 1689 लोगों को शामिल किया गया। 19 से 40 साल की आयुवर्ग के लोगों पर किए गए अध्ययन के परिणाम बताते हैं कि 76 प्रतिशत लोगों ने 18 साल से कम उम्र में पहली बार तंबाकू का सेवन किया। स्कूल या काॅलेज में रहते हुए दोस्तों के साथ अधिकांश लोगों ने पहली बार सिगरेट का कश लगाया।
अध्ययन में देखा गया कि तीन से पाँच साल तक तंबाकू का किसी भी तरह सेवन करने वाले लोगों की कार्यक्षमता में कमी देखी गई।
वे समाज से भी अलग हुए। 50.7 प्रतिशत लोगों ने माना कि वह खाना खाने के बाद सिगरेट या तंबाकू का सेवन करते हैं। 59 प्रतिशत खुशी और दुःख दोनों में तंबाकू को अपना साथी मानते हैं। शोधकर्ता डाॅ. सुमन भाष्कर ने बताया कि तंबाकू सेवन शुरू करने से जुड़े किसी भी वजह की पुष्टि के सटीक साक्ष्य नहीं है। इससे न तो तनाव कम होता है और न ही इसके सेवन ने खाना पचने में मदद मिलती है।
अजीब-अजीब बहाने
ऽ 28 प्रतिशत लोगों ने कहा, तंबाकू का सेवन खाना हजम करने में मदद करता है। ऽ 12 प्रतिशत ने कहा, इसके सेवन से वजन कम होता है। ऽ 04 प्रतिशत ने माना, तंबाकू लेने के बाद काम करने पर कार्यक्षमता बढ़ती है व बेहतर काम होता है। ऽ 11 प्रतिशत का कहना था तंबाकू तनाव कम करने में सहायक है।
तंबाकू सेवन के अहम अवसर
ऽ 50.7 प्रतिशत दोस्तों के समूह में करते हैं इसका सेवन ऽ 49.3 प्रतिशत तंबाकू के आसानी से मिलने की वजह से हुए इसके आदी ऽ 75.3 प्रतिशत लोग खाना खाने के बाद करते हैं तंबाकू का सेवन। ऽ 81.4 प्रतिशत खुश होने पर करते हैं तंबाकू का सेवन ऽ 56.2 प्रतिशत टीवी देखते हुए या खाली समय में लेते हैं तंबाकू।
ऐसे हुआ अध्ययन: अध्ययन के लिए दक्षिणी दिल्ली के 1680 लोगों का चयन किया। इन्हें तीन श्रेणी मंें बाँटा गया, जिसमें सरकारी कर्मचारी, व्यवसाय करने वाले व 18 वर्ष से कम लोगों को शामिल किया गया। तंबाकू सेवन करने संबंधी 20 आदतों पर प्रश्न किए गए। 90.9 प्रतिशत पुरुष और 8.7 प्रतिशत महिलाएँ थी। ये वे लोग थे जो अध्ययन के समय किसी भी तरह के कैंसर या अन्य किसी बीमारी से पीडि़त नहीं थे।