Posted on 10-Jun-2015 05:06 PM
भारत ही नहीं वरन् संसारभर में शायद ही कोई व्यंजन हो जहाँ कमो-बेश प्याज की आवश्यकता न पड़ती हो। वैसे डाइनिंग टेबल की शोभा, सलाद के रूप में तो यह बढ़ाता ही है, कभी-कभी खाना खाते समय बीच में जब भी सलाद की याद आती है तब, यहाँ तक कि अतिथिगण भी प्याज की फरमाइश करते हुए संकोच नहीं करते। प्रश्न फिर यह उभरता है कि आखिर प्याज में ऐसी कौन सी जादुई ताकत है जो लोगों को हमेशा से अपनी ओर आकर्षित करती रही है। फ्रांस में किये गये शोध के अनुसार प्याज गुर्दे की खराबी, इन्फ्यूएंजा, खांसी और पेशाब का कम आना जैसी बीमारियों की अचूक दवा है। आधुनिक अनुसंधान के मुताबिक प्याज में रक्त की चिकनाई के स्तर को सामान्य रखने का असाधारण गुण होता है। कहते हैं यदि प्याज का जरा भी अंश पेट में हो तो लू नहीं लगती। लकवा और दिल के मरीजों को भी प्याज का अधिक सेवन करने की सलाह दी जाती है । प्याज का आकार अमूमन गोल होता है। इसके कई रंग होते हैं-सफेद, लाल और गहरा लाल रंग। कैसा भी हो इसके औषधि गुण तो मूलतः एक समान होते हैं। परन्तु रंगों के मुताबिक आयुर्वेदिक औषधियों में प्याज का इस्तेमाल अलग-अलग बीमारियों के लिए विशेषतया किया जाता है। इसके अनुसार लाल प्याज ताकतवर गले के रोगों में लाभकारी और पाचक होता है। सफेद प्याज शक्तिवर्धक, वायुनाशक, और दाँतों के कीड़े मारने वाला होता हैं। इसके अनुसार लाल प्याज ताकतवर गले के रोगों में लाभकारी और पाचक होता है। सफेद प्याज शक्तिवर्धक, वायुनाशक, और दाँतों के कीड़े मारने वाला होता हैं।
कान का कितना ही पीड़ादायक दर्द क्यों न हो बस प्याज की गांठ को राख में भून लें और फिर इसके कुनकुने रस को कान में डाल दें-दर्द से तुरन्त आराम मिलता है। यह चर्म रोगों के लिए काफी लाभकारी सिद्ध हुआ है। प्याज के रस को तिल्ली के तेल में फेंटकर लगाने से चर्म रोग दूर होता है। प्याज को भून कर उसका पेस्ट बनाकर लगाने से फटे हाथ-पांव को काफी लाभ होता है। भूने हुए प्याज में हल्दी और घी मिलाकर, इस मिश्रण को लगाने से फोड़े का दर्द गायब हो जाता है तथा काफी आराम मिलता है। दो चम्मच प्याज का रस पीलिया के रोगियों के लिए बहुत लाभकारी होता है। तम्बाकू का व्यसन करने वालों को कभी-कभी प्याज का रस पी लेना चाहिए। प्याज के छोटे-छोटे टुकड़े काटकर पूरी तरह न जमे मीठे दही में मिलाकर खाने से एसिडिटी से परेशान लोगों को राहत मिलती है। यही मिश्रण, दस्त में भी काफी उपयोगी सिद्ध होता है। प्याज का रस तथा उसी मात्रा में सिरके का मिश्रण झाईयों के लिए एक उपयोगी इलाज है। प्याज में जितनी परतें हैं उससे कहीं ज्यादा इसमें गुण होता है।