Posted on 10-May-2016 04:21 PM
मात्र 30 से.मी. से सवा मीटर तक के अजवायन के ऊंचे पौधों पर लगने वाला बीज हर परिवार की अनिवार्य आवश्यकता रहती है। इसीलिए इस पौधे को जन उपयोगी माना जाता है।
अजवायन को यवानी नाम भी दिया जाता है, जो महिलाओं के अनेक दुःख दूर करती है। इसके प्रयोग के लिए बीज, पत्ते, तेल तथा अर्क सभी प्राप्त किये जाते हैं। अजीर्ण की शिकायत होने पर अजवायन का तेल तथा अर्क शीघ्र लाभ देते हैं।
उदर शूल होने पर भी अजवायन का अर्क या तेल देवें। दांत दर्द करते हो तो अजवायन और बच को धीरे-धीरे चबायें। चबाते समय दबाव कम डालें। रस निगल जाएं। मुंह से दुर्गन्ध आती हो तो भी अजवायन चबाया करे।
सर्दी का बुखार परेशान करता हो तो अजवायन को गुड़ के साथ खाया करें, पांच-छह दिनों में पूर्ण ठीक हो जायेंगे।
जिन्हें सूतिका बुखार हो जाए, वह अजवायन का सेवन करे।
प्रसूता नारियों को अजवायन खिलाने पर उनकी भूख खुल जाती है। उनकी पाचन शक्ति में वृद्धि होने लगती है। वायु गोला की शिकायत होने पर अजवायन एक चम्मच, काला नमक चैथाई चम्मच, पी. छानकर ताजा पानी से लें।