जीवन औषध-फल चिकित्सा

Posted on 08-May-2015 02:00 PM




फल केवल फलाहारी या पैसे वाले या बड़े लोगों के लिए है, ऐसा नहीं समझें, बल्कि फलों का चिकित्सकीय गुण तत्काल व्यक्ति की बीमारियों को दूर करने वाला है। बीमारी में भी फल लाभदायक है बल्कि स्वस्थ व्यक्ति हमेशा स्वस्थ रह सकता है। अतः कौन-सा फल किस बीमारी में विशेष उपयोगी है। आइए जानते हैं और उपयोग करते हैं।
पपीता: दाँतों में दर्द होने पर पपीता खाना चाहिए। पीलिया रोग में पपीता खाना चाहिए। गर्भाशय की सफाई के लिए पपीता खाना चाहिए। कब्ज दूर करने के लिए पपीता खाना चाहिए।
सेव: सिर दर्द होने पर नमक मिलाकर सेव खाएँ। पेट में कीड़े होने पर रात्रि को सेव खाएँ। उल्टी होने पर नमक डालकर रस पिएँ। मद्यपान छुड़ाने के लिए नियमित सेव का प्रयोग करें। गर्भवती महिलाओं को भरपूर आयरन कैल्शियम प्रदान करके जच्चे व बच्चे का पूरा स्वास्थ्य प्रदान करता है।
आडू: शारीरिक कमजोरी को दूर करता है। मंदाग्नि को दूर करता है तथा शरीर में वात, पित्त, कफ की विकृति को समाप्त करता है। तरबूज: खट्टी डकार आने पर तरबूज में कालीमिर्च मिलाकर खाएँ। पथरी रोग में तरबूज खाएँ। उच्च रक्तचाप में तरबूज खाएँ। मूत्र विकार में तरबूज का प्रयोग अति लाभदायक है।
अंगूर: जुकाम में अंगूर खाएँ, कान बहने पर अंगूर का रस गुनगुना करके कान में डालें। बच्चे के दाँत निकलते समय अंगूर के रस का प्रयोग करें, दाँत सरलता से निकलेंगे।
मौसम्मी: हृदय रोग को मौसम्मी दूर करती है। शरीर में से विष को बाहर निकाल देती है। गर्भवती महिलाओं की पाचन क्रिया व कैल्शियम की पूर्ति कर जच्चा व बच्चा को पूरा पोषण प्रदान करती है।


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