Posted on 29-Apr-2015 12:56 PM
आज फूलों का प्रयोग हम केवल माला बनाने पहनने व पहनाने के लिए केवल औपचारिकता समझ कर काम में लेते हैं लेकिन इन फूलों में अनेक गुण होते हैं और इनमें कई बीमारियों को दूर करने की क्षमता होती है आइए इनके गुणों को जानें।
गुलाब के फूल - फूलों को सूंघने से प्रेम में बढ़ोतरी होती है प्रेम बढ़ता है।
कमल के फूल - फूलों से आध्यात्मिक व मानसिक उन्नति होती है तथा अवसाद को दूर कर विचारों की शुद्धता में व वाणी को सिद्ध करने में मदद मिलती है।
केसर की गंध से - बुद्धि, स्मरण शक्ति, नेत्र ज्योति व शांति की वृद्धि होती है।
प्याज की सुगंध से - नकसीर ठीक होती है तथा गर्मियों में लू से मुक्ति मिलती है।
विल्बपत्र के फूलों से - देवता और सूक्ष्म अज्ञात शक्तियाँ प्रसन्न होती है व आकर्षित होती हैं।
हजारा के फूल - संूघने से नाक की फुंसियाँ दूर होती हैं।
चमेेली के फूल से - मस्तिष्क शीतल होता है व डिप्रेशन में आराम मिलता है।
गुलमोहर के फूल से - लक्ष्मी की कृपा होती है तथा शरीर से थकान, उदासी, कमजोरी व निर्बलता का नाश होता है।
चंपा के फूलों से - देखने मात्र से मन में प्रसन्नता होती है व क्रोध का नाश होता है व नकारात्मक सोच सकारात्मक हो जाती है।
सरसों के फूल - देखने मात्र से उच्च रक्तचाप में आराम मिलता है।
मिर्ची के फूल - बच्चों की नजर उतारने में काम आते हैं।
नीम के फूल - मधुमेह, मोटापा व पाइल्स को दूर करते हैं। इस तरह फूल चिकित्सा में बहुत उपयोगी होते हैं और आम रूप से प्रयोग में लाए जाते है।