Posted on 31-Jul-2015 02:17 PM
कड़वे स्वाद वाला करेला ऐसी सब्जी है, जिसे अक्सर नापसंद किया जाता है। लेकिन, अपने पौष्टिक और औषधीय गुणों के कारण यह दवा के रूप में भी काफी लोगप्रिय है।
यह त्वचा रोग में भी लाभकारी है।
इसमें मौजूद बिटर्स और एल्केलाइड तत्व रक्त शोधक का काम करते हैं। करेले की सब्जी खाने और मिक्सी में पीस कर बना लेप रात में सोते समय लगाने से फोड़े-फुंसी और त्वचा रोग नहीं होते। दाद, खाज, खुजली, सियोरोसिस जैसे त्वचा रोगों में करेले के रस में नीबू का रस मिलाकर पीना फायदेमंद है।
रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाए
करेले में मौजूद खनिज और विटामिन शरीर में रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाते हैं जिससे कैंसर जैसी बीमारी का मुकाबला भी किया जा सकता है।
जोड़ों के दर्द से राहत दे
गठिया या जोड़ों के दर्द में करेले की सब्जी खाने और दर्द वाली जगह पर करेले के पत्तों के रस से मालिश करने से आराम मिलता है।
उल्टी-दस्त में फायदेमंद
करेले के तीन बीज और तीन काली मिर्च को घिसकर पानी मिलाकर पिलाने से उल्टी-दस्त बंद हो जाते हैं। अम्लपित्त के रोगी जिन्हें भोजन से पहले उल्टियां होने की शिकायत रहती है, करेले के पत्तों को सेककर सेंधा नमक मिलाकर खाने से फायदा होता है।
मोटापा से राहत दिलाए
करेले का रस और एक नीबू का रस मिलाकर सुबह सेवन करने से शरीर में उत्पन्न टाॅकसिंस और अनावश्यक वसा कम होती है और मोटापा दूर होता है।
पथरी रोगियों के लिए अमृत
पथरी रोगियों को दो करेले का रस पीने और करेले की सब्जी खाने से आराम मिलता है। इससे पथरी गलकर बाहर निकल जाती है। 20 ग्राम करेले के रस में शहद मिलाकर पीने से पथरी गल कर पेशाब के रास्ते निकल जाती है। इसके पत्तों के 50 मिलीलीटर रस में थोड़ी-सी हींग मिलाकर पीने से पेशाब खुलकर आता है।