Posted on 12-May-2015 12:50 PM
नमक स्वास्थ्य के लिए अत्यंत हानिकारक है। हमारे सामान्य स्वास्थ्य को इस सीमा तक प्रभावित कर देता है कि इसके कारण उच्च रक्तचाप का विकार पैदा हो जाता है। पोषण-विशेषज्ञों के अनुसार एक .वयस्क को प्रतिदिन केवल 1 ग्राम नमक की आवश्यकता होती है, लेकिन हममें से अधिकांश इससे कहीं अधिक मात्रा में नमक का सेवन करते हैं। सभी फलों, सब्जियों, दूध, अनाजों, दालों, गिरीदार फलों में थोड़ी मात्रा में सोडियम होता है। इस स्त्रोतों से यह हमें पर्याप्त मात्रा में मिल जाता है।
अतिरिक्त मात्रा में नमक का सेवन अनावश्यक होने के साथ स्वास्थ्य के लिए हानिकारक भी है। यह जोखिम-संबंधी उन कारकों में से है, जिनके कारण उच्च रक्तचाप या काॅरोनरी (हृंद-धमनी) हृदय रोग हो जाता है। कुछ व्यक्तियों के गुर्दों से सोडियम अतिरिक्त मात्रा से बाहर निकल जाता है और इसलिए उन्हें इससे कोई हानि नहीं पहुँचती। लेकिन कुछ, व्यक्ति, जिनके गुर्दो से अतिरिक्त सोडियम बाहर नहीं निकल पाता, अतिरिक्त सोडियम के कारण रक्तचाप का शिकार हो जाते हैं। ऐसे व्यक्तियों को “Salt Sensitive” कहा जाता है और उन्हें नमक का सेवन कम करना पड़ता है। लेकिन भोजन में नमक की मात्रा कम कर देने से किसी न किसी हद तक कर किसी को लाभ ही होता है।
एक अन्य समस्या यह है कि हम जितना नमक खाते हैं, उसका लगभग तीन-चैथाई, प्रोसेस्ड खाद्य-पदार्था के जरिये शरीर में पहुँचता है। मोनो-सोडियम ग्लूटेमेड, बेकिंग पाउडर (सोडियम बाइकार्बोनेट), सोडियम साइक्लेमेट, सोडियम सैकेरीन (कृत्रिम चीनी), सोडियम नाइट्रेट, सोडियम बेन्जोनेट (प्रिजर्वेटिव) में थोड़ी मात्रा में सोडियम होता है।
नमक के सेवन में कमी लाने के उपाय