सम्पादकीय (66)
सौंदर्य (14)
मनोविज्ञान (8)
स्वस्थ रहने के उपाय (5)
सुविचार (17)
समाचार (71)
कविता (4)
करियर एवं शिक्षा (13)
चोपाई/श्लोक (16)
स्वास्थ्य (334)
प्रेरक प्रसंग (64)
सामान्य ज्ञान (78)
N.S.S. समाचार (34)
अद्यात्म (74)
लेख (91)
विचार (86)
कथा (0)
व्यवहारिक ज्ञान (37)
शरीर क्रिया विज्ञान (2)
तत्व ज्ञान (0)
अमृत बिंदु (1)
लघु कथा (0)
MENU
Toggle navigation
Home
About Us
Subscribe Us
Articles
Contact Us
Register
Log in
पर्यावरण संरक्षण के नारे
Posted on 15-Jul-2016 12:20 PM
पेड़ लगाए हर इन्सान, माँ वसंधुरा देती वरदान।
वृक्ष फैलाते हें हरियाली, जीवन में लाते खुशहाली।
जहां हरियाली है, वहीं खुशहाली है।
धरती पर स्वर्ग हे वहाँ, हरे भरे वृक्ष हे जहाँ।
वृक्ष काट तुम मत करो अभिमान, रोती धरती तुम को देगी अभिशाप।
पेड़ो से वायु, वायु से आयु।
कहते हे सब वेद-पुराण, एक वृक्ष दस पुत्र सामान।
पेड़ो को मत काटो भाई, ये करते प्राकृतिक भरपाई।
कड़ी धूप में जलते हैं पाँव, होते पेड़ तो मिलती छाँव।
बंजर धरती करे पुकार, पेड़ लगाकर करो सिंगार।
यदि लानी हे सुंदर हरियाली, पेड़ पौधों की करो रखवाली।
मत काटो इन पैड़ो को इन में होती हे जान, बिन पेड़ो के हो जायेगा
हम सब का जीवन सुनसान।
वन रोपें - उद्यान लगायें, हरा-भरा निज देश बनाएँ।
वन उपवन कर रहे पुकार, देते हम वर्षा की बौछार।
वृक्ष-लघु सेवा, तरु हमसे लेते, अमित ताम जीवन भर हमें देते।
वृक्ष सभी का स्वागत करते, दे फल फूल पथ-श्रम हरते।
वृक्ष प्रदूषण-विष पी जाते, पर्यावरण पवित्र बनाते।
आओ बच्चो के साथ मनाए त्योहार, स्वस्थ जीवन के लिए दे एक पेड़ उपहार।
सिर साटे रूख रहे तो भी सस्तो जाण।
Leave a Comment:
Login
to write comments.
Download
Latest E-Paper