Posted on 23-May-2015 02:58 PM
जन्म-परिचयः यशपाल का जन्म पंजाब के फिरोजपुर छावनी में सन् 1903 ई. में हुआ। उन्होंने प्रारंभिक शिक्षा कांगड़ा में ग्रहण की। तत्पश्चात् लाहौर के नेशनल काॅलेज से उन्होंने बी.ए. किया। वहां उनका परिचय भगत सिंह तथा सुखदेव से हुआ। स्वाधीनता संग्राम की क्रांतिकारी धारा से जुड़े होने के कारण वे जेल भी गए।
मृत्यु: सन् 1976 में उनकी मृत्यु हो गई।
साहित्यिक विशेषताएं: यशपाल द्वारा रचित रचनाओं में आम आदमी के सरोकारों का उपस्थिति है। यथार्थवादी शैली के वे विशिष्ट रचनाकार हैं। राजनैतिक पाखण्ड, सामाजिक विषमता और रूढि़यों के खिलाफ उनकी रचनाएं मुखर हैं।
प्रमुख रचनाएं: उनके कहानी संग्रहों में ज्ञानदान, पिंजरे की उड़ान, वा दुलिया, तर्क का तूफाान, फूलो का कूर्ता उल्लेखनीय हैं। उनके द्वारा रचित झूठा सच उपन्यास भारत विभाजन की त्रासदी का मार्मिक दस्तावेज है। उनके अन्य उपन्यास हैं अमिता, दिव्या, दादा कामरेड, पार्टी कामरेड, मेरी तेरी उसकी बात। भाषा की स्वाभाविकता तथा सजीवता उनकी रचनागत विशेषता है।