शरीर की पाँच अवस्थायें

Posted on 25-Jun-2016 10:54 AM




अन्नमय कोशः शरीर की स्थूल अवस्था। नियमित यौगिक क्रियाएँ, आसन और सात्विक भोजन करने से स्वास्थ्य ठीक रखा जा सकता है।

प्राणमय कोशः शरीर की सूक्ष्म अवस्था। नियमित प्राणायाम करने से स्वैच्छिक रूप से श्वास-प्रश्वास का नियंत्रण करके प्राण को वश में रखा जा सकता है।

मनोमय कोशः शरीर की सूक्ष्म अवस्था। नियमित ध्यान, योगनिद्रा या ईश्वर का सुमिरन करने से मन को शान्त किया जा सकता है।

विज्ञानमय कोशः शरीर की सूक्ष्म अवस्था। नियमित स्वाध्याय ज्ञान पाने के लिए वाचनालय का उपयोग और व्याख्यान सुनने से बुद्धि का विकास किया जा सकता है।

आनन्दमय कोशः शरीर की सूक्ष्म अवस्था। नियमित सत् कर्म,


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