पानी से कीटनाशक सोख सकती है गाजर घास

Posted on 18-Apr-2015 10:29 AM




    जामिया मिल्लिया इस्लामिया के एक छात्र और प्रोफेसर ने गाजर घास (कांग्रेस घास) के इस्तेमाल से शुद्ध पानी की उपलब्धता की समस्या का रास्ता और आसान हल खोजा है। इसके इस्तेमाल से पानी को 96 फीसदी तक कीटनाशक मुक्त किया जा सकता है। यह शोध इंडियन जर्नल आॅफ साइंस एंड रिसर्च में भी प्रकाशित हो चुका है।
जामिया के डिपार्टमेंट आॅफ एप्लाइड साइंस एंड ह्मुमैनिटी के प्रोफेसर मसूद आलम ने बताया कि हमारे देश में खेती के दौरान बड़ी मात्रा में कीटनाशकों का इस्तेमाल होता है, जो इंसानों के लिए घातक है। हमें कीटनाशकों को सोख लेने वाले पदार्थ की तलाश थी। शोध में शामिल छात्र फिरोज अली अंसारी ने बताया कि गाजर घास ने 96 फीसदी तक कीटनाशकों को सोख लिया था। प्रो. आलम ने बताया कि हमने गाजर घास के पौधे अच्छी तरह से धोकर सुखाए। इन्हें पीसकर फिर सुखाया गया। फिर इन्हें कीटनाशक एल्ड्रिन, डायएल्ड्रिन और डीडीटी से दूषित पानी में डाला। इसके नतीजे चैंकाने वाले थे।

क्या है इसका फायदाः अंसारी ने बताया कि यह सस्ता माध्यम है। देश में गाजर घास आसानी से उपलब्ध है। इसके उपयोग के बुरे प्रभाव होते हैं। अन्य तरीकों से पानी को कीटनाशक मुक्त करना महँगा होने के साथ-साथ उसके विपरीत असर भी होते हैं। यह वातावरण के अनुकूल भी है।
कीटनाशक युक्त पानी से होने वाली बीमारियांः कीटनाशकों से दूषित हुए जल को पीने से कैंसर से लेकर किडनी खराब होना, बाल उड़ना, भूख कम लगना आदि रोग लग जाते हैं। एम्स के मुताबिक इनका सबसे अधिक असर 14 वर्ष से कम उम्र के बच्चों पर पड़ता है।


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