Posted on 11-May-2016 01:49 PM
ग्रह विज्ञानियों ने अपनी गणनाओं के जरिए दावा किया है कि हमारे तारामंडल में अधिकतर तारों के आसपास पृथ्वी जैसे अरबों ग्रह हैं। आॅस्ट्रेलियन नेशनल यूनिवर्सिटीे में किए गए एक नए शोध ने यह निष्कर्ष 200 साल पुराने एक विचार को उन हजारों ब्रह्मण्ड़ ग्रहों पर लगाकर निकाला है, जिसकी खोज नासा के केपलर अंतरिक्ष दूरदर्शी ने की थी। उन्होंने पाया कि एक मानक तारे के लगभग दो ग्रह होते हैं। ये ग्रह कथित गोल्डीलाॅक्स क्षेत्र में होते हैं। यह क्षेत्र तारे से परे वह क्षेत्र होता है, जहां जीवन के लिए जरूरी जल द्रव की अवस्था में रह सकता है। शोध में कहा कि जीवन के लिए जरूरी चीजें प्रचुर मात्रा में हैं और अब हम जानते हैं कि रहने लायक पर्यावरण भी पर्याप्त है। हालांकि ब्रह्मण्ड मंे इंसानों जैसी बुद्धिमत्ता रखने वाले एलियन परग्रही जीव नहीं हैं, जो रेडियो दूरदर्शी और अंतरिक्ष यान बना सके वर्ना निश्चित तौर पर हमें उनके बारे में कुछ देखने या सुनने को मिल गया होता। ऐसा भी हो सकता हैे कि जीवन की उत्पत्ति में कोई अन्य बाधा हो, जिसपर हमने अभी काम ही नहीं किया। या फिर संभव है बौद्धिक सभ्यताओं का विकास हुआ हो लेकिन फिर आत्म-विनाश हो गया हो।