यह आमाशय से लेकर बड़ी आंत तक खुलने वाली लगभग 7 मीटर लंबी नली होती है जो नाभि क्षेत्र में बड़ी आंत से घिरी हुई होती है। इसका घोडे की नाल के आकार का लगभग 25 सेमीमीटर लंबा पहला भाग अग्नाशय के सिरे को चारों ओर से घेरे होता है उसे ग्रहणी या डयोडिनम कहते हैं। इसके बीच सामान्य प
धर्मशास्त्रों में कलश को ब्रह्या, विष्णु, महेश और मातृगण का निवास कहा गया है। समुद्र मंथन से निकलने वाले अमृत को भी एक कलश में ही प्राप्त माना जाता है। ऋग्वेद में कहा गया है कि पवित्र जल से परिपूर्ण कलश देवराज इंद्र का सादर समर्पित है। मानव शरीर की कल्पना भी मिटटी के कल
त्वचा में निखार आता है, कील-मुँहासों की शिकायतें भी दूर होती हैं। पेट में रहनेवाले कृमियों का नाश होता है और भूख लगने में मदद मिलती है। बढ़ती हुई आयु की वजह से होने वाली रक्तचाप की बीमारी और रक्त के विकार नष्ट होने में सहायता मिलती है, मुँह फूलना, घमौरियां आना, आँखों की
जब कभी भी हम हेल्दी स्नैक्स के बारे में सोचते हैं तो सबसे बेहतर विकल्प के तौर पर दिमाग में सबसे पहले बादाम, अखरोट और पिस्ता आदि दिमाग में आते हैं। शायद आप इन सभी को ड्राई फ्रूट्स पुकारते हों, लेकिन वास्तव में ड्राई फ्रूट्स और नट्स के बीच फर्क होता है। हालांकि दोनों ही ह
श्रीकृ्ष्ण की उपासना अन्य देवों की तुलना में सबसे अधिक की जाती है। श्रीकृष्ण के विषय में यह मान्यता है, कि ईश्वर के सभी तत्व एक ही अवतार अर्थात भगवान श्री कृष्ण में समाहित है। गिरिराज को भगवान श्रीकृष्ण के जन्म उत्सव के अलावा अन्य मुख्य अवसरों पर 56 भोग का नैवेध अर्पित
मथुरा और वृ्न्दावन में भगवान श्री कृ्ष्ण से जुडे अनेक धार्मिक स्थल है। किसी एक का स्मरण करों तो दूसरे का ध्यान स्वतरू ही आ जाता है। मथुरा के इन्हीं मुख्य धार्मिक स्थलों में गिरिराज धाम का नाम आता है सभी प्राचीन शास्त्रों में गोवर्धन पर्वत की महिमा का वर्णन किया गया है।
आलू को से कई लोग परहेज करते हैं क्योंकि आलू को आमतौर पर चर्बी बढ़ाने वाला माना जाता है। लेकिन आलू के कुछ ऐसे उपयोगी गुण भी हैं जिन्हें आप शायद ही जानते होंगे। आलू में विटामिन सी, बी काॅम्प्लेक्स तथा आयरन, कैल्शियम, मैंगनीज, फास्फोरस तत्व होते हैं । आलू के प्रति 1
कितनी ही बार हम गुस्से, तनाव और दबाव की स्थितियों में अपने दोस्तों और अधीनस्थों को चुप रहने के लिए कहते हैं। यहाँ तक कि अपने बाॅस को भी मन की मन कोसने से नहीं चूकते। कितनी ही बार खुद भी यह कामना करते हैं कि काश अमुक समय पर हम चुप रह गए होते। शटअप का यह शब्द हमारी निजी औ
थार मरुस्थल भारत के उत्तरपश्चिम में तथा पाकिस्तान के दक्षिण पूर्व में स्थित है। यह अधिकांश तो राजस्थान में स्थित है परन्तु कुछ भाग हरियाणा, पंजाब, गुजरात और पाकिस्तान के सिंध और पंजाब प्रांतों में भी फैला हुआ है। थार मरुस्थल अद्भुत है। गर्मियों में यहाँ की रेत उबलती है।
स्वास्थ्य व पर्यावरण सुरक्षा का अमोघ उपाय - गाय का घी देशी गाय का घी शारीरिक, मानसिक व बौद्धिक विकास एवं रोग-निवारण के साथ पर्यावरण-शुद्धि का एक महत्त्वपूर्ण साधन है। इसके सेवन से - 1) बल, वीर्य व आयुष्य बढ़ता है, पित्त शांत हो