Posted on 01-Jun-2016 04:15 PM
किस्मत और हालात बदलते देर नहीं लगती। मुश्किल तब आती है, जब समय अच्छा न चल रहा हो। बुरे हालात हमें कमजोर और निराशावादी बना देते हैं। अगर मुश्किल हालात में आप
कुछ बातों की गांठ बांध लें, उन्हें अपने जिंदगी में उतार लें तो आपकी जिंदगी पूरी तरह बदल सकती है। मानसिक रूप से ये निर्णय लें कि चाहे कुछ भी हो जाए, आपका व्यवहार सुखद और प्रेमपूर्ण बना रहेगा। आपके अंदर की सहानुभूति हमेशा जाग्रत रहेगी। कड़वाहट, कठोर शब्द, प्रतिकार और बदले की भावना को त्याग दें। अपने अंदर क्षमा की भावना लाएं।
क्षमादान का अपना वक्त होता है। हर व्यक्ति के लिए यह वक्त अलग-अलग हो सकता है, यह उस व्यक्ति के स्वभाव और व्यक्तित्व पर निर्भर करता है। इसलिए अपने आपको उबरने का पूरा वक्त दें। इस दौरान मुश्किल भावनाओं जैसे गुस्सा, हीन भावना, आत्म-ग्लानि, उदासी आदि से गुजरने के लिए तैयार रहें। इन्हें बदलाव का हिस्सा मानकर बीतने दें। मेडिटेशन या प्रार्थना अगर आप मेडिटेशन करते हैं तो आपके अंदर जिन स्थानों में निराशा और उदासी घर कर गई है, वहां उम्मीद और आशा पहुंच जाएगी।