कहते हैं आपके अक्षर आपकी छवि बनाते हैं। आपके व्यक्तित्व को दर्शाते हैं यानी आप जो लिख रहे हैं उसमें भी बहुत कुछ आपके व्यवहार, विचार और भविष्य की अनंत गहराइयां छिपी रहती हैं। आप किस तरह लिखते हैं ये बात बहुत मायने रखता है। दरअसल लिखने का संबंध हमारी सोच से होता है यानी हम जो सोचते हैं, करते हैं, जो व्यवहार में लाते हैं, वह सब कागज पर अपनी लिखावट और हस्ताक्षर के द्वारा अंकित कर रहे होते हैं। और यही हस्ताक्षर ही हमारे व्यवहार, समय, जीवन और चरित्र का निर्माण करते हैं। यहां कुछ ऐसे ही नुस्खे दिए गए हैं जिन्हें आजमाकर आप अपने और दूसरों के हस्ताक्षर देखकर उनके जीवन के प्रति सोच और दूसरों के प्रति उनके रवैये को पहचान सकते हैं।
जो लोग बिना पेन उठाए एक ही बार मंे पूरा हस्ताक्षर करते हैं वह रहस्यवादी, लड़ाकू और रहस्यमयी प्रवृत्ति वाले होते हैं।
ऊपर से नीचे की ओर हस्ताक्षर करने वाले लोग नकारात्मक विचारों वाले एवं अव्यवहारिक होते हैं। इनकी मित्रता कम लोगों से रहती है।
ऐसे व्यक्ति जिनके हस्ताक्षर में अक्षर नीचे से ऊपर की ओर जाते हैं तो वह ईश्वर पर आस्था रखने एवं आशावादी और साफ दिल के रहते हैं, लेकिन इनका स्वभाव झगड़ालू रहता है।
अगर हस्ताक्षर के अंत में डाॅट या डेश लगाते हैं वह डरपोक शर्मीले और शक करने वाले होते हैं।
अगर व्यक्ति अपने हस्ताक्षर इस प्रकार से लिखता है जो काफी अस्पष्ट होते हैं तथा जल्दी-जल्दी लिखे गए होते हैं, वह व्यक्ति जीवन को सामान्य रूप से नहीं जिता। उसे हर समय ऊंचाई पर पहुंचने की ललक लगी रहती है। यह व्यक्ति धोखा दे सकता है पर धोखा खा नहीं सकता।
पेन पर जोर देकर लिखने वाले भावुक, उत्तेजक, हठी और स्पष्टवादी होते है।
जल्दी से हस्ताक्षर करने वाले कार्य को गति से हल करने व तीव्र व तात्कालिक बुद्धि प्रदर्शन करने वाले होते हैं।
अवरोधक चिह्न लगाने वाले व्यक्ति हीनता का शिकार होते हैं। सामाजिकता व नैतिकता की दुहाई देते हैं और आलसी प्रवृत्ति के होते हैं।
जिस व्यक्ति के हस्ताक्षर में अक्षर काफी छोटे और तोड़-मरोड़ कर खिलवाड़ करके बनाए गए हों और हस्ताक्षर बिल्कुल पढ़ने में नहीं आते, वह व्यक्ति बहुत चालाक होता है। वह अपने फायदे के लिए किसी का भी नुकसान करने और नुकसान पहुंचाने से नहीं चूकता।