वसा युक्त भोजन ही नहीं, बल्कि प्रदूषण से भी मोटापे का खतरा है। एक नए अध्ययन के मुताबिक वातावरण में मौजूद कुछ प्रदूषक तत्व मोटापा बढ़ाने में महत्वपूर्ण भूमिका अदा करते हंै। वैसे व्यक्ति जिनके शरीर में स्थायी जैविक प्रदूषक (पीओपी) की मात्रा अधिक पाई गई, वे मोटापे से अधिक ग्रस्त थे और उनके शरीर में
वर्तमान दिनचर्या में कंप्यूटर के बिना काम करना शायद असंभव है, लोग घंटों कंप्यूटर के सामने बैठकर काम करते हैं। घंटों कंप्यूटर के सामने बैठने के कारण इससे निकलने वाली नीली रोशनी से सबसे अधिक नुकसान आंखों को होता है। इसके कारण आंखों की रोशनी कम होती है। इसके अलावा लगातार कम्प्यूटर पर काम करने से आंख
सूखे मसालों में चक्र फूल यानी स्टार ऐनिस का होना आम बात है। यह मसाला गरम मसाला पाउडर का एक मुख्य घटक है। दक्षिण भारत के व्यंजनों में इस मसाले काफी प्रयोग किया जाता है। स्टार ऐनिस मंे ऐसे तत्व होते हैं जो बैक्टीरिया, यीस्ट और फंगस आदि को मात देने में आगे होते हैं। लोग स्टार ऐनिस को फ्लू भगाने के ल
ठंड के मौसम में शकरकंद खाना फायदेमंद होता है । ये शरीर को गरम रखने के साथ ही खून भी बढ़ाता है । इसे आप भूनकर या उबालकर खा सकते हैं ।ठंड के मौसम में अदरक वाली चाय तो सभी पीते हैं, मगर अदरक को अन्य रूप में जैसे- सब्जी आदि में डालकर भी खाएं । अदरक में जिंक, क्रोमियम और मैग्निशियम
आप सफेद आलू के स्थान पर मीठे आलू के सेवन कर सकते हैं। क्योंकि इसमें सफेद आलू की तुलना से अधिक स्वाद होता है। मीठे आलू में मौजूद प्राकृतिक मिठास आपको मक्खन, मलाई, नमक और चीनी आदि से दूर रखती है। पोषण के लिए विटामिन ए, सी और बी-6 भरपूर नमक मात्रा में होता है।
बादाम और नारियल का दूध गाय के दूध की तरह अच्छा होता है। अगर आप कैल्शियम को लेकर चिंतित हैं तो परेशान न हो क्यांेकि बादाम और नारियल का दूध, गाय के दूध की तरह कैल्शियम से भरपूर होता है। यहाँ तक कि इसमें गाय के दूध से भी ज्यादा कैल्शियम होता है।
शरीर की रोग प्रतिरोधी क्षमता (इम्युनिटी) हमें बीमारियों से लड़ने की ताकत देती है। जब यह क्षमता कमजोर हो जाती है तो रोग हमें घेर लेते हैं। उन्हीं रोगों में से एक है स्वाइन फ्लू। इससे बचने के लिए जरूरी है कि हम इम्युनिटी बढ़ाने के लिए हर संभव प्रयास करें, आइए जानते हैं इनके बारे में। ये फल ह
विटामिन डी. हड्डियों के लिए बेहद जरूरी है। इसकी कमी से कई प्राब्लम्स हो जाती हैं। एक सर्वे के मुताबिक, हर पांच महिलाओं में से एक में विटामिन-डी. की कमी पाई जाती है। सूर्य की रोशनी विटामिन डी का सोर्स है, जो इम्यून सिस्टम को स्ट्राॅन्ग करता है। क्या है विटमिन डी? &
शुगर व ब्लड प्रेशर रोगी कर छः माह बाद गुर्दों की जांच अवश्य करायें। शुगर व ब्लड प्रेशर का सही स्थायी उपचार करवायें। छोटी-छोटी बीमारियों के लिए अंग्रेजी दवाईयां व दर्द निवारक दवाईयां खाने से परहेज करें। हर आदमी को प्यास के अनुसार पानी अवश्य पीना चाहिए लेकिन बहुत ज्यादा पानी पी
दाद के लक्षण - जब शरीर पर लाला रंग के धब्बे, खुजलाहट या फिर सूजन दिखे तो उसको जल्द से जल्द डाॅक्टर को दिखा लेना चाहिये, क्योंकि यह रिंगवर्म के संकेत हो सकते हैं। कई बार यह दाग गोल आकार का होता है, जिससे आसानी से समझ में आ जाता है। अक्सर दाद छोटे बच्चों को होता है, इसलिये अगर उसके शर