रोज एक-दो टमाटर खाने से डाॅक्टर की आवश्यकता ही नहीं पड़ेगी। आजकल पुरी दुनिया में टमाटर का उपयोग भारी मात्रा में होता है। आलू और शकरकंद के बाद, समग्र विश्व मंे, उत्पादन की दृष्टि से टमाटर का क्रम आता है। टमाटर में आहारोपयोगी पोषक तत्त्व काफी मात्रा मंे होने के कारण ये हरी साग-भाजियों में एक फल के र
लौंग आदि सुगंधित पदार्थों का चूर्ण आवश्यकतानुसार ताजा बनाकर उपयोग में लेना चाहिए अन्यथा उसमें से ऊध्र्वगमनशील तेल उड़ जाता है और उसका गुण कम हो जाता है। लौंग का अधिक मात्रा में सेवन करने से आँख, मूत्राशय और हृदय पर अनिष्ट प्रभाव पड़ता है। यूनानी मतानुसार लौंग खुश्क-उत्तेजक और गर्म है। इसका सेवन करन
गर्मी की धूप महिलाओं की त्वचा के लिए ही नुकसानदेह नहीं होती, यह आपकी त्वचा को भी झुलसा सकती है। विशेषज्ञ कहते हैं कि कुछ बातों का ध्यान रखें तो आप अपनी त्वचा की खूबसूरती बरकरार रख सकते हैं। गर्म मौसम की बुरी नजर से बचे रहने और त्वचा की चमक को बनाए रखने के लिए इन उपायों को जरूर आजमाएं -
‘हम चिंता क्यों करते हैं’ इस विषय पर हृदयार्पित धवल का विश्लेषण और तनाव मुक्त जीवन जीने के तरीके के बारे उनके सुझाव। तनाव आधुनिक जीवन का एक हिस्सा बन गया है। कुछ मात्रा में तनाव निश्चित है। लेकिन जब चिंताएँ बढ़ने लगती हैं तो आपको उनका सामना करने की आवश्यकता है। आमतौर पर ऐसा देखा जाता ह
क्या आपके घर भी खाना रिफाइंड? तेल में बनता है? यदि आपका जवाब हां में है, तो आपको सावधान हो जाना चाहिए। जी हां, जिस रिफाइंड तेल को आप सेहत के लिए फायदेमंद समझ कर खाने में प्रयोग कर रहे हैं, वह आपकी सेहत के लिए गंभीर समस्याएं पैदा कर सकता है। दरअसल खाद्य तेलों को रिफाइन करने के लिए कई तरह के रसायनो
थोड़ा सा भी परिश्रम करने पर, तेज चलने पर, उठने-बैठने पर या इसी प्रकार के अन्य कार्य करने पर दिल की धड़कन असामान्य हो जाती है। दिल की धड़कन असामान्य होना दिल की कमजोरी का प्रतीक होता है। इससे रक्त संचार भी बढ़ जाता है और घबराहट सी लगने लगती है। इसका घर पर सामान्य इलाज इस प्रकार किया जा सकता है -
जहाँ हम रहते हैं, काम करते हैं, वहाँ फस्र्ट-एड बाॅक्स जरूर होना चाहिए। इसकी जगह फिक्स और इसे हमेशा अपडेट रखना चाहिए क्योंकि प्राथमिक उपचार के लिए ऐसा होना बेहद जरूरी है। फस्र्ट एड बाॅक्स में विभिन्न आकार व प्रकार के बैंडेज, गाॅज पैड्स, कैंची, प्लास्टिक का चिमटा, सामान्य पेनकिलर्स जिन पर एक्सपायरी
जैसे शरीर में पानी की कमी के कारण दिक्कतें होती हैं, क्या उसी प्रकार पानी की अधिकता के कारण भी परेशानी हो सकती है? आम तौर पर इसका जवाब यही मिलता है कि जरूरत से ज्यादा पानी पीने से बार-बार बाथरूम जाने के झंझट के अलावा कोई परेशानी नहीं होती, लेकिन कुछेक स्थितियों में शरीर में अधिक पानी की उपस्थिति
पैर का सोना, हममें से लगभग सभी ने कभी न कभी जरूर अनुभव किया होगा। पैर का सोना बड़ा ही कष्टदायक होता है क्योंकि ऐसे में फिर आपका कहीं मन नहीं लगता। लेकिन क्या आप पैर के सोने के असली कारण के बारे में जानते हैं, अगर नहीं तो यह आर्टिकल आपके लिए मददगार हो सकता है। पैर
हमारे शरीर का दो-तिहाई अंश पानी होता है। हमारी मांसपेशियों के कुल वजन का 75 प्रतिशत, वसा का 14 प्रतिशत और अस्थियों का 22 प्रतिशत और कुछ नहीं, पानी ही होता है। खून का तो 95 प्रतिशत भाग पानी से ही बना होता है। हमारा शरीर रोज पानी ग्रहण भी करता है, उत्सर्जित भी। हम जो पानी पीते हैं, उसके अलावा विभिन