नींद व्यक्ति के साथ में, ईश्वर का उपहार। नींद बिना यह जिन्दगी, रोगी ओर बीमार।। संसार में प्रत्येक प्राणी चाहै वह जलचर, थलचर या नभचर हो। यदि हमारे जीवन में यह निन्दा कुमारी रूठ जाये तो यह जीवन कष्टमय हो जाता है। हम ही नहीं बड़े-बड़े राजा महाराजा तक इस नींद के लिये तरस जाते है। क्योंक
नमक स्वास्थ्य के लिए अत्यंत हानिकारक है। हमारे सामान्य स्वास्थ्य को इस सीमा तक प्रभावित कर देता है कि इसके कारण उच्च रक्तचाप का विकार पैदा हो जाता है। पोषण-विशेषज्ञों के अनुसार एक .वयस्क को प्रतिदिन केवल 1 ग्राम नमक की आवश्यकता होती है, लेकिन हममें से अधिकांश इससे कहीं अधिक मात्रा में नमक का सेवन
दाँत ऊपर और नीचे जबड़े के कोटरों में फीट रहते हैं।दाँत के दो सेट होते हैं - 1. स्थायी, 2.अस्थायी।बचपन के दाँत अस्थायी होते हैं और इनकी आयु 5 वर्ष होती है।छः वर्ष की आयु में ये दाँत गिर जाते है। इनकेा दूध के दाँत भी कहते है
लाइफस्टाइल डेस्कः लो कैलोरी, हाई फाइबर, बहुत सारे विटामिन्स और प्रोटीन्स की मात्रा लिए दलिया का उपयोग ज्यादातर लोग सुबह नाश्ते में करते हैं। यह खाने में बहुत लाइट है। साथ ही दिनभर के लिए सारे जरूरी न्यूट्रिएंट्स की पूर्ति भी इससे हो जाती है। दलिया खाकर सेहत को किस तरह से फायदा पहुंचाया जा सकता है
उल्टी आना, जी मिचलाना, प्यास अधिक लगना, दस्त अधिक होना, पेट में दर्द आदि समस्या हो तो सौंफ और मिश्री का पाउडर काफी को भून लें और उसे पीस कर उसमें समान मात्रा में मिश्री मिला कर पाउडर बना लें। इसे दिन में तीन बार एक-एक चम्मच खाएं। ऽ लू लगने पर आम का पना या कच्चे आम की चटनी खाने से लाभ होता ह
फल केला गुणों की खान हैं। इससे हमें सिर्फ ऊर्जा ही नहीं मिलती, यह शरीर को फिट रखने में हमें मदद करता है। कई बीमारियों से उबरने में केला काफी मददगार है। रोजाना इसका सेवन बहुत ही फायदेमंद होता है। घ् एक केला निरंतर ऊर्जा को बढ़ाता है। केले में तीन प्राकृतिक शुगर पाए जाते हैं- सूक
रोजाना एक चम्मच शुद्ध शहद खाने से भी आंखों की रोशनी दुरूस्त रहती है यूं तो शरीर का हर एक अंग महत्वपूर्ण होता है लेकिन आंखों के बिना जीवन अधूरा लगता है। आयुर्वेद के ग्रंथों में नेत्र रक्षा के विभिन्न उपायों का वर्णन किया गया है। आइए जानते हैं उनके बारे में..... 1. हरीतकी, बहेड़ा और आंवला नि
यहां उन कुछ बातों को प्रस्तुत कर रहे हैं, जो हमारे पूर्वजों ने अपने अनुभवों द्वारा हमें सौंपी हैं। हमें इन बातों का स्वयं भी पालन करना चाहिए तथा अगली पीढ़ी को भी सिखानी चाहिए। ये ऐसे टिप्स हैं, जो हमे सदा स्वस्थ रखेंगे।रात्रि का भोजन कर लेने के बाद फल खाना अहितकर है।
छाछ का महत्त्वपूर्ण गुण है आमज दोषों को दूर करना। हम जिस आहार का सेवन करते हैं उस आहार में से पोषण के लिए उपयोगी जो रस विलग होकर बिना पचे पड़ा रहता है उसे ’आम’ कहते हैं। आम अनेक प्रकार के रोग उत्पन्न करता है। इन आमज दोषों को दूर करने में छाछ बहुत उपयोगी है। आम की चिकनाहट को तोड़ने के
फल केवल फलाहारी या पैसे वाले या बड़े लोगों के लिए है, ऐसा नहीं समझें, बल्कि फलों का चिकित्सकीय गुण तत्काल व्यक्ति की बीमारियों को दूर करने वाला है। बीमारी में भी फल लाभदायक है बल्कि स्वस्थ व्यक्ति हमेशा स्वस्थ रह सकता है। अतः कौन-सा फल किस बीमारी में विशेष उपयोगी है। आइए जानते हैं और उपयोग करते ह