09-Jun-2016
विचार

अगर आप खुश नहीं हैं तो सेवा करें (विचार )

वो लोग जो जिम्मेदारी लेते हैं, वो अक्सर प्रार्थना नहीं करते और जो प्रार्थना करते हैं वो जिम्मेदारी नहीं लेते। अध्यात्म एक ही समय में दोनों को एक साथ लाता है। सेवा, सर्विस और अध्यात्मिक अभ्यास एक दूसरे से जुड़ता हुआ आगे बढ़ता है आप अध्यात्म की गहराई में जितना जाते हैं, आप उतना ही अधिक इससे मिलने वाल


06-Jun-2016
विचार

अभिमान (विचार )

अच्छाई का अभिमान बुराई की जड़ है। स्वार्थ और अभिमान का त्याग करने से साधुता आती है। अपनी बुद्धि का अभिमान ही शास्त्रों की, सन्तों की बातों को अन्तः-करण में टिकने नहीं देता। वर्ण, आश्रम आदि की जो विशेषता है, वह दूसरों की सेवा करने के लिये है, अभिमान करने के लिये नहीं। आप अपनी अच्छाई का जितना अभिमान


05-Jun-2016
विचार

सत्य- जाग्रति (विचार )

’स’ और ’त’ इन दो अक्षरों से बना है ’सत्य’। ’स’ यानी बाहर की दुनिया का सत्य। जैसे नाक के साथ सुगंध, आँख के साथ दृश्य, कान के साथ ध्वनि, जुबान के साथ स्वाद, त्वचा के साथ स्पर्श, मन के साथ विचार। आज तक सिर्फ ’स’ को ही जाना गया है इसलिए लोग


01-Jun-2016
विचार

कुछ समय अपने परिवार के लिए भी निकाले (विचार )

एक बुजुर्ग ने अमेरिका मे अपने बेटे को फोन किया और खबर दी, ’मैं सुबह-सुबह तुम्हारा मूड खराब करना नहीं चाहता, पर मुझे यह बताना जरूरी लगा कि मैं ओर तुम्हारी मां 35 साल के साथ के बाद एक-दूसरे से अलग हो रहे हैं। अब दुख और सहन नहीं होता।’ पिता ने कहा, ’अब हमें एक-दूसरे को देखना भी दूभ


07-Feb-2016
विचार

बेटी की पहली शिक्षक होती है - ‘माँ’ (विचार )

जब एक औरत माँ बनती है तब वह संपूर्ण हो जाती है। माँ और बच्चे का रिश्ता दुनियाँ के सभी रिश्तों से विशिष्ट और पवित्र रिश्ता है। एक माँ और पुत्री का रिश्ता तो बहुत ही खूबसूरत होता है। जिस दिन एक नन्ही परी उसकी कोख से जन्म लेती है तो एक औरत खुद पर गर्व महसूस करती है, क्योंकि एक बेटी के रूप में उसने फ


24-Jan-2016
विचार

करें खुद से प्यार (विचार )

अगर आप आज खुद को प्यार करना नहीं सीखना चाहते, तो कल आप अपना इच्छित पा भी लें, तो भी आप अपने को प्यार नहीं कर पाएंगे। जो बहाने आज हैं, वे कल भी रहेंगे। आज ही तो वह दिन है, जब आप खुद से बिना किसी अपेक्षा के प्यार करना सीखिए। जिसने हमें दुख पहुंचाया उसे माफ करना चुनकर हम अपने घावों के भरने की प्रक्र


15-Jan-2016
विचार

स्वामी विवेकानंद जी की ये बातें जरूर याद रखें (विचार )

1.    उठो, जागो और तब तक रुको नहीं जब तक मंजिल प्राप्त न हो जाये। 2.    तूफान मचा दो तमाम संसार हिल उठता। क्या करूँ धीरे-धीरे अग्रसर होना पड़ रहा है। तूफान मचा दो तूफान! 3.    अनुभव ही शिक्षक, जब तक जीना, तब तक सीखना’’ 


23-Dec-2015
विचार

शंख और घण्टे की ध्वनि लाभदायक (विचार )

1929 ई. में बर्लिन विश्वविद्यालय ने शंख-ध्वनि का अनुसंधान करके यह कह दिया है कि शंख-ध्वनि की लहरें बैक्टीरिया को नष्ट करने के लिये उत्तम एवं सस्ती औषध है। प्रति सेकेंड सत्ताईस घन फुट शक्ति के जोर से बजाया हुआ शंख 2200 फुट दूरी के बैक्टीरिया को नष्ट कर डालता है और 2600 फुट की दूरी तक इस ध्वनि से व


07-Dec-2015
विचार

चाणक्य नीति - स्व पूछताछ (विचार )

आईये, जरा सोंचे हम कितने आदमी कितनी अधिक आधारभूत सुविधाओं से वंचित हैं, और हम उस लाईन में कहाँ खड़े हैं ?क्या मैं स्वस्थ रहने के लिए अहर्निश प्रयास कर रहा हूँक्या मेरा जीवन सेवा परायण है ? क्या मैं संयम एवं सादगी का जीवन बिता रहा हूँ ?क्


04-Dec-2015
विचार

सकारात्मक सोच के फ़ायदे (विचार )

संसार में आधे लोग नकारात्मक विचारक हैं और आधे सकारात्मक विचारक। जैसे ही आप नकारात्मक विचारक हुए तो सभी नकारात्मक लोगों की शक्ति और सारी नकारात्मक चीजें, विचारों की तारों के जरिए आपकी तरफ आना शुरू हो जाती हैं। अगर आपने नकारात्मक सोच बंद कर दी तो नकारात्मक चीजें आपकी तरफ बंद (रुक) हो जाती