भगवान बुद्ध के एक शिष्य विनायक को जरूरत से ज्यादा बोलने की आदत थी। इसी आदत की वजह से वह खूब जोर-जोर से बोलकर भीड़ एकत्र करते और फिर धर्माेपदेश देते। श्रद्धालुओं ने तथागत से शिकायत की। एक दिन तथागत ने विनायक को बुलाया और बातों-बातों में बड़े प्रेम से पूछा, “भिक्षु, अगर कोई ग्वाला सड़क पर निक
प्यास के मारे पाण्डवों के गले सूख रहे थे- कहीं पानी की उम्मीद नहीं थी। आकाश में उड़ते हुए पक्षियों की राह को देख कर युधिष्ठिर के मन में आशा की किरण जगी। एक-एक कर सभी भाइयों को उस दिशा में भेजा गया- पानी के लिए। तालाब पर पहुँचने के बाद एक भी भाई वापस नहीं लौटा, तो युधिष्ठिर की चिन्ता और भी
उदयपुर। नारायण सेवा संस्थान के बडी ग्राम स्थित सेवामहातीर्थ में त्रि दिवसीय श्रीकृष्ण कथा श्रीकृष्ण जन्मोत्सव प्रसंग के साथ आरम्भ हुई। व्यासपीठ पर बिराजित वृदावन धाम की वंृदा सुमन पाठक ने कहा कि धर्म ही व्यक्ति के जीवन को सार्थक करता है। श्रीकृष्ण ने अपना सम्पूर्ण जीवन धर्म की रक्षा में समर्पित क
ंवेद एवं अन्य ग्रंथों में कई प्रकार के यज्ञ बताये गए हैं। अलग-अलग देवताओं के लिए अलग-अलग यज्ञ किये जाते हैं। वास्तव में यज्ञ देवताओं को प्रसन्न करने के लिए किया जाता है। अनेक प्रयोजनों के लिए, अनेक कामनाओं की पूर्ति के लिए, अनेक विधानों के साथ अनेक विशिष्ट यज्ञ भी किये जाते हैं। दशरथ ने पु
लौकी का प्रयोग सब्जी के रूप में किया जाता है, लेकिन इसके छिलके और रस के भी कई फायदे हैं। कार्बोहाइड्रेट की उपलब्धा से यह आसानी से पच जाती है इसलिए डायबिटीज के मरीजों के लिए भी लाभकारी है। त्वचाः- लौकी के ताजा छिलके को पीसकर चेहरे पर लेप करने से त्वचा में निखार आता है। तलवों की जलनः-
अभी स्वार्थ, उदासीनता, एवं इंद्रियासक्ति का जंग लग कर खराब हुए अपनी चेतना के पलने को साफ कर और प्रतिदिन के गहरे दिव्य ध्यान, आत्मनिरीक्षण और विवेचन के द्वारा उसे चमका कर, मैं सर्वव्यापी शिशु क्राइस्ट के आगमन की तैयारी करूँगा। मैं उस पलने का भ्रातृप्रेम, नम्रता, निष्ठा, ईश्वर-साक्षात्कार की इच्छा,
जितना आपका शरीर का एक्टिव रहना जरूरी है, उतना ही आपके दिमाग का एक्टिव रहना भी जरूरी है। इससे आपका बौद्धिक विकास होता है और आप अपने अंदर छिपी प्रतिभाओं को खोज पाती है। शादी के बाद अक्सर देखा जाता है कि महिलाएं अपने शौक और पढ़ाई आदि छोड़कर पूरी तरह से घर-गृहस्थी में रम जाती हैं। ऐसे में उनका बौद्धि
फास्ट फूड आजकल की फास्ट लाइफ का हिस्सा है। और तज रफ्तार जिंदगी का असर हमारे दिल पर पड़ता है। पहले दिल की बीमारियां अधिक उम्र का संकेत मानी जाती थीं, लेकिन अब कम उम्र के लोग ही इसकेे शिकार होने लगे हैं। आइए जानें उन आहार के बारे में जो आपके हृदय के लिए खतरनाक हो सकते हैं। पिज्जा - पिज्जा
किसी भी तरह का धूम्रपान आपको नशे और दुखदायी मौत के अलावा कुछ नहीं देता। यह आपके साथ-साथ आपके आस-पास के लोगों की सेहत के लिए भी खतरनाक होता है। सिगरेट छोड़ने के 8 घंटे बाद। आपके खून में मौजूद अतिरिक्त काॅर्बन मोनोआॅक्साइड शरीर से बाहर निकलने लगेगी। 5 दिन में - निकोट
80 से 90 पोलियो एवं जन्मजात विकलांग आॅपरेशन 50 से 80 कैलिपर्स वितरण 80 से 90 रोगियों के लेबोरेट्री टेस्ट 300 से 400 पोलियो रोगियांे की चिकित्सा जाँच 80 से 90 रोगियों के प्लास्टर चढ़ाना व खोलना 100 से अधिक लोगों को फिजियोथेरेपी