महात्मा गाँधी समय के बेहद पाबन्द थे। यह आदत उनके जीवन के आखिरी दिन तक बनी रही। यह घटना है-30 जनवरी, 1948 की, जिस दिन एक हत्यारे की गोली से बापू शहीद हुए थे। यह घटना दिल्ली के बिड़ला हाउस की है। शाम का समय था। वल्लभभाई पटेल शाम को बापू से मिलने आए। चूँकि आज दोनों के बीच कुछ गम्भीर बातें होनी थी, इस
पिरामिड नीचे से बड़ा होता है और ऊपर जाकर संकरा होता है। हमारा खाना भी इसी आधार पर होना चाहिए। खाने के पिरामिड के सबसे नीचे वाले बड़े हिस्से में तरल पदार्थ आते हैं, इसलिए खाने का बड़ा हिस्सा तरल पदार्थ का होना चाहिए। उसके ऊपर कार्बोहाइडेट्स आते हैं। मसलन चपाती, चावल, नूडल्स आदि। इतनी ही मात्रा चपातिय
पंचवटी में रावण की बहन शूर्पणखा ने आकर राम से प्रणय निवेदन किया। श्री राम ने यह कह कर कि वे अपनी पत्नी के साथ हैं और उनका छोटा भाई अकेला है, उसे लक्ष्मण के पास भेज दिया। लक्ष्मण ने उसके प्रणय निवेदन को अस्वीकार करते हुए शत्रु की बहन जानकर उसके नाक और कान काट लिये। शूर्पणखा ने खर-दूषण से सहायता की
भला बुरा सबका सुनिये, ये भली बात सबूरी में मन लागो मेरो यार फकीरी में। शिवजी ने कंठ में विष रखा है। उसी प्रकार हे युवक! यौवनास्था में तुझे विष पीना पडे़गा। कड़वेघूँट पीने का समय आयेगा। तब विष अन्दर भी मत जाने देना और बाहर भी मत निकालना। बाहर निकालेगा तो तेरा परिवार दुःखी होगा। अन्दर रखेगा तो तू जल
यूनिवर्सिटी आँफ वाँशिंगटन के शोध में दावा किया गया है कि 15 महीने के शिशु को भी इस बात का अहसास होता है कि क्या सही है और क्या गलत। इसके अनुसार, छोटे बच्चों को भी खाने-पीने की चीजों के समान-असमान वितरण के बारे में समझ होती है। समान वितरण नहीं होने पर वे आश्चर्य या नाराजगी भी प्रकट करते हैं। शोध क
कोई भी दुःखद घटना होने पर स्वयं से पूँछे, ’इसके पीछे क्या कारण है ?’ इस तरह आपको स्वयं से सही सवाल पूछने की आदत विकसित करनी होगी। इस कदम में सुस्ती से मुक्ति पाने हेतू स्वयं से सवाल पूछना बहुत महत्त्वपूर्ण कदम है। ’मैं कौन हूँ’? सवाल इतना गूढ़ है कि इसके लगातार पूछने पर आप
विटामिन डी. हड्डियों के लिए बेहद जरूरी है। इसकी कमी से कई प्राॅब्लम्स हो जाती हैं। एक सर्वे के मुताबिक, हर पांच महिलाओं में से एक में विटामिन-डी. की कमी पाई जाती है। सूर्य की रोशनी विटामिन डी का सोर्स है, जो इम्यून सिस्टम को स्ट्राॅन्ग करता है। क्या है विटमिन डीं? विटमिन-डी. एक खास स्टेराॅयड विटा
पेड़ लगाए हर इन्सान, माँ वसंधुरा देती वरदान।वृक्ष फैलाते हें हरियाली, जीवन में लाते खुशहाली।जहां हरियाली है, वहीं खुशहाली है।धरती पर स्वर्ग हे वहाँ, हरे भरे वृक्ष हे जहाँ।वृक्ष काट तुम मत करो अभिमान, रोती धरती तुम को देगी अभिशाप।प
गायत्री के चौबीस अक्षर हैं । गायत्री महामंत्र में अक्षरों की गणना इस प्रकार की जाती है- तदादिवर्णगानर्धान् वर्णानगण्यस्तु तान् । “
हमें शिक्षित किसे मानना चाहिए ? पहले, वे जो रोजाना आने वाले हालात का सामना सही ढंग से करते हैं और वे जो हालात से सामना होने पर सही निर्णय लेने और सही कदम उठाने में शायद ही कभी चूकते हों। दूसरे, वे जो दूसरों के साथ व्यवहार में बड़प्पन दिखाते हैं, दूसरों के अप्रिय व्यवहार और बातों का बुरा