अधिक धुंए, धूल, धूप से बचाव करे।वाहन चलाते समय हेलमेट या चश्मे का प्रयोग करें।नित्य ठण्डे पानी से या त्रिफला पानी से आँख को धोएं।
आजकल की बदलती लाइफस्टाइल और खान-पान की आदतों ने हार्ट अटैक के मामले बहुत बढ़ा दिए हैं ऐसे में जरूरी है कि आप अपने दिल का खास ख्याल रखे और अपनी बिगड़ी लाइफस्टाइल के साथ-साथ डाइट में भी सुधार करें। फल और सब्जियां: एक स्वस्थ जीवन के लिए रोजाना कम से कम 5 बार ताजे फल व सब्जियां लें। नमक
राष्ट्रीय पंचायत राज दिवस पर नई दिल्ली के विज्ञान भवन में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की उपस्थिति में आयोजित भव्य समारोह में राजस्थान की आठ पंचायत राज संस्थाओं को पंचायत राज सशक्तिकरण पुरस्कार में सम्मानित किया गया। राजस्थान उदयपुर जिला परिषद व जोधपुर जिले की बिलाडा पंचायत समिति और बां
पूर्व प्रधानमंत्री दिवंगत चंद्रशेखर की समाधि अब जननायक स्थल के तौर जानी जाएगी। शहरी विकास मंत्रालय के एक वरिष्ठ अधिकारी ने यह जानकारी दी। पूर्व प्रधानमंत्री चंद्रशेखर के पुत्र और सांसद नीरज शेखर ने पिछले महीने शहरी विकास मंत्रालय को एक पत्र लिखकर यह प्रस्ताव दिया था। उन्होंने कहा था कि नई द
विश्व स्वास्थ्य संगठन के साल 2011 के आंकड़ों के मुताबिक लिवर से होने वाली मौतें देश में नौवें स्थान पर हैं। इसके लिए सबसे ज्यादा जिम्मेदार खराब दिनचर्या है। यदि कोई व्यक्ति दिन में दो बार जंकफूड खाता है और महीनेभर ऐसा करता है तो यह रोजाना शराब पीने के समान है। इसकी जगह अंकुरित अनाज, हरी, पत्तेदार
जैसे पानी को कपड़े से छानकर पीते हैं, वैसे ही शब्द को सत्य से छानकर बोलो।जैसे कीड़ा वस्त्रों को, वैसे ही ईष्र्या मनुष्य को नष्ट कर देती है।जैसे हम द्वेष से जगत को नरक सदृश्य बना देते है, ऐसे ही उसे प्रेम से स्वर्ग के समान भी बना सकते
मत किसी को दर्द का सैलाब दो, मत किसी को छलावों का उपहार दो, देना ही चाहते अगर तुम दोस्त मेरे, आदमी को आदमी का प्यार दो, ये जीवन तो जैसा चश्मे का रंग हो, वैसा लगेगा। किसी को उलझन लगती है तो किसी को जीवन बहुत मधुर लगता है। अभी कल ही मैं पढ़ रहा थ
अच्छा स्वास्थ्य पोषक तत्त्वों पर निर्भर करता है। जीवित रहने तथा नाना प्रकार के कार्य संपन्न करने के लिए मनुष्य को प्रोटीन, वसा, कार्बोहाइड्रट, विटामिन व खनिज तत्त्वों समेत अनेक प्रकार के पौष्टिक तत्त्वों की जरूरत पड़ती है। ये सब रासायनिक तत्त्व हैं, जो भोजन से प्राप्त होते हैं। प्रतिदिन भोजन में
सोने से पहले झगड़ा या चिन्ता करने वाली बातें नहीं करनी चाहिये। आनंद की बातें करते हुए सुख शांति से सोना चाहिए। मन की शांति होने क कारण ही गहरी निंद्रा आती है। दिनभर शारीरिक व मानसिक कार्य करके मनुष्य थक जाता है इसलिए रात को निंद्रा, सात, आठ घंटे की स्वप्न दूषित निद्रा से कई गुना लाभदायक है
‘स्वयं भगवान नारायण ने अर्जुन को जिसका उपदेश दिया था, प्राचीन मुनि