23-May-2015
प्रेरक प्रसंग

सच्ची पारिवारिकता (प्रेरक प्रसंग)

तीन दिन से पत्नी और बच्चों को भोजन न मिला था। गृह स्वामी प्रयत्न करने पर भी एक समय का भोजन न जुटा सका अन्ततः वह निराश हो गया, उसे अपना जीवन बेकार लगने लगा। वह अपने घर से चला गया और आत्महत्या करने की तैयारी पर विचार करने लगा। कुछ ही क्षण के बाद वह व्यक्ति संसार से विदा होने को था। पीछे से क


23-May-2015
सामान्य ज्ञान

यशपाल (सामान्य ज्ञान)

जन्म-परिचयः यशपाल का जन्म पंजाब के फिरोजपुर छावनी में सन् 1903 ई. में हुआ। उन्होंने प्रारंभिक शिक्षा कांगड़ा में ग्रहण की। तत्पश्चात् लाहौर के नेशनल काॅलेज से उन्होंने बी.ए. किया। वहां उनका परिचय भगत सिंह तथा सुखदेव से हुआ। स्वाधीनता संग्राम की क्रांतिकारी धारा से जुड़े होने के कारण वे जेल भी गए।


23-May-2015
अद्यात्म

रहस्यों भरा है शनि (अद्यात्म)

अपनी विशेष आकृति और रहस्यों के साथ शनि मानव जिज्ञासा का कारण रहा है। सन् 1610 ई. में वैज्ञानिक गैलीलियो ने सबसे पहले इसके चारों ओर अज्ञात सी चीज देखी, बाद की खोजों से पता चला शनि ग्रह के चारों ओर वलय हैं वे कैसे और क्यों बने? इसके बारे में अब तक कोई सर्वमान्य खोज, जवाब या वैज्ञानिक अवधारणा


23-May-2015
व्यवहारिक ज्ञान

कैसे व्यवहार करे रिष्तेदारों से (व्यवहारिक ज्ञान )

दुनिया अच्छे-बुरे दोनों तरह के लोगों से बनी है। न चाहते हुए भी हममें से हर परिवार में ऐसे कुछ रिश्तेदार होते हैं जो थोड़े काॅम्पलिकेटेड या कहें त्रिटिकल होते है। उनका यह स्वभाव कई बार लोगों को फ्रस्टेट और अपसेट तक कर देता है। पर हम चाहें तो ऐसे रिश्तेदारों को आसानी से हैंडल भी कर सकते हैं वो भी ब


22-May-2015
विचार

दुःख मुक्ति का निवारण (विचार )

’तुम्हारी पेंटिंग बिकेगी कि नहीं ?’ तब वह अपने मन को क्या कहे ? ’अभी चुप बैठ! पहले पेंटिंग बन जाये, जब बेचने जायेंगे तब बेचने का काम करेंगे, अभी बनाने का काम कर रहे हैं तो बनायेंगे। जब जो काम होगा तब वह करेंगे।’इस तरह दुःख के कारणों की समझ पाकर आप वर्तमान में रहना सीख जाये


22-May-2015
स्वास्थ्य

कमर दर्द से बचने के उपाय (स्वास्थ्य)

    सोते समय व उठते समय झटके से ना उठें अपितु आराम से उठें, सीधे लेटें ।      एक चम्मच अश्वगंधा चूर्ण व एक चम्मच शतावरी चूर्ण लेने से कमर दर्द में आराम मिलता है।     गोखरू का चूर्ण पानी के साथ लेने से कमर दर्द में आराम मिलता है।


22-May-2015
सम्पादकीय

सम्पादकीय 22 मई (सम्पादकीय )

माँ ने बच्चे को भेजा, मिठाई लाने। बात पुराने जमाने की है न: सो उस समय कहा गया -’’देख बेेटा, फीकी मिठाई न ले आना, मिठी देखकर लाना। एक जगह नहीं तीन-तीन जगह। बच्चे ने कहा ’’नहीं-नहीं यह तो फीकी है।’’ चैेथा हलवाई बुद्धिमान था, - पूछा बेटा ’’मुन्ने मुँह


22-May-2015
सामान्य ज्ञान

सभी की उंगलियों के निशान एक जैसे क्यों नहीं होते ? (सामान्य ज्ञान)

यदि आप अपने अंगूठे कोे एक इंक पैड पर दबाकर सफेद कागज पर लगाओ, तब अंगूठे के निशान कागज पर आ जाएँगे। अनेक व्यक्तियों के अंगूठे के निशान लेकर अपने अंगूठे के निशान से मिलाओ। ये संसार में किसी भी व्यक्ति के अंगूठे के निशान से नहीं मिलेंगे। संसार में किन्हीं भी दो व्यक्तियों की उंगलियों के निशान एक जैस


22-May-2015
लेख

मन एवं विचार (लेख)

परम शक्ति परमात्मा,  सदा हमारे साथ। वही सुखी सम्पन्न है,  बिरला जाने बात।। एक किवदन्ती कहती है -’विनाश काले विपरीत बुद्धि’। जब आदमी का विनाश का समय आता है तो उसकी बुद्धि उल्टी हो जाती है। वो अविवेकपूर्ण निर्णय लेने लगता है। पहले मन अस्वस्थ्य होता


22-May-2015
विचार

स्वच्छता ही आरोग्य है (विचार )

हर इंसान अपनी अलग और सही पहचान बनाना चाहता है। वह सही लक्ष्य और सही मंजिल हासिल करना चाहता है। अपने लक्ष्य को हासिल करने के लिए हमें पहले अपने शरीर को, जो इस लक्ष्य में निमित्त बनने वाला है, निरोगी रखना होगा। स्वयं को निरोगी रखने के लिए सफाई बहुत ही आवश्यक है क्योंकि निसर्गोपचार में कहते ह