यह कोई जरूरी नहीं कि हमारे दाँतों को साफ रखने के लिए पेस्ट ही काम आता है। ऐसे कई प्राकृतिक, घरेलू व सरल उपाय हैं जिससे हम अपने दाँतों को स्वस्थ रख सकते हैं। दाँत बात से लेकर चाल तक में महत्त्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। चाल चाहे भोजन की हो या मनुष्य के चलने की, ये सब दाँतों से अच्छी तरह चबाकर किए गए
नई दिल्ली। रिजर्व बैंक 2005 से पहले जारी नोटों को 30 जून तक ही बदलेगा। इसके बाद इन नोटों को बदलने के लिए बैंक में खाता, पहचान, आवास का प्रमाण देना जरूरी होगा।
रायपुर के एनएच गोयल स्कूल की हैं छात्रा यदि बच्चे के आगे कोई चुनौती हो और उसे माता-पिता का पूरा साथ मिले तो ऐसी चुनौतियां छोटी पड़ जाती हैं। सफलता कदम चूमती है। दरअसल, यह कहानी है फाफाडीह की एनएच गोयल स्कूल की नेत्रहीन छात्रा अपर्णा सचदेेव की। जिन्होंने सीबीएसई की 12वीं परीक्षा में 96.8 फीसदी अंक
भारत ही नहीं वरन् संसारभर में शायद ही कोई व्यंजन हो जहाँ कमो-बेश प्याज की आवश्यकता न पड़ती हो। वैसे डाइनिंग टेबल की शोभा, सलाद के रूप में तो यह बढ़ाता ही है, कभी-कभी खाना खाते समय बीच में जब भी सलाद की याद आती है तब, यहाँ तक कि अतिथिगण भी प्याज की फरमाइश करते हुए संकोच नहीं करते। प्रश्न फिर यह उभ
सूखे मेवे के रूप में काजू का स्थान सर्वोपरि है। काजू के पेड़ आम्रवृक्ष के समान सदा हरे-भरे रहने वाले और मध्यम कद के होते हैं। ये वृक्ष लगभग तीस से चालीस फुट ऊँचे होते हैं। इसके पत्ते चार से आठ इंच लंबे और तीन से पाँच इंच चैड़े होते हैं। इसके पत्ते खुशबूदार होते हैं। इसके फल कोमल और अमरूद के फल से
प्रकृति की गोद में विविध पुष्प खिले हैं, उनके रस को मधुमक्खी अनेकों प्रयासों से प्रशोधिक करके शहद का निर्माण करती है। मानव को दीर्घायु बनाये रखने एवं उसके स्वास्थ्य को स्वस्थ बनाये रखने में शहद की भूमिका काफी महत्वपूर्ण होती है। शहद खाने में मीठा, मगर शरीर के लिए अतिगुणकारी होता है। यह अनेक बीमार
1.योगासन खाली पेट करना चाहिए। 2.योगासन भोजन के कम से कम 3 घंटे बाद करना चाहिए। 3. प्रातःकाल का योगासन लाभदायक होता है। 4. मन शांत व स्थिर रखकर योगासन करें। 5. बुखार आदि में योगासन नहीं करें । 6. कपडे़ हल्के ही पहनें, बेल्ट,चश्मा घड़ी आदि अलग रखें। 7. कम्ब
भगवान बुद्ध के एक शिष्य विनायक को जरूरत से ज्यादा बोलने की आदत थी। इसी आदत की वजह से वह खूब जोर-जोर से बोलकर भीड़ एकत्र करते और फिर धर्माेपदेश देते। श्रद्धालुओं ने तथागत से शिकायत की। एक दिन तथागत ने विनायक को बुलाया और बातों-बातों में बड़े प्रेम से पूछा, “भिक्षु, अगर कोई ग्वाला सड़क पर निक
राजधानी दिल्ली का तापमान गत महीने में ही जब 47 डिग्री सेल्शियस को पार कर गया तो आगामी दो माह में किन परिस्थितियों से गुजरना होगा, इसका अनुमान हम आसानी से लगा सकते हैं। इन दिनों जहां आकाश मार्ग से भगवान सूर्य गर्मी के अंगारों की वर्षा करते हैं वहीं मानव निर्मित साधन भी उसी के द्वारा जोडे गए जन-धन
तंबाकू को सेवन सेहत के लिए ही नहीं सामाजिक दृष्टि से भी हानिकारक है। लंबे समय तक तंबाकू का इस्तेमाल करने वाले लोग समाज से कटने लगते हैं, जिसका असर उनकी कार्य करने की क्षमता पर भी पड़ता है। तंबाकू सेवन करने वाली दिल्ली की एक बड़ी आबादी पर एम्स के सोशल मेडिसन विभाग ने अध्ययन किया, जिसमें सेवन करने