18-Jul-2015
लेख

ईश्वर की सेवा का तात्त्पर्य सुविधाहीनों की सेवा (लेख)

    विवेकानंद के रूप में प्रसिद्व, नरेन्द्र दत्त, ने रामकृष्ण मिशन की स्थापना यथा संभव अधिक से अधिक लोगों को वेदांत के मूल्यों को साझा करने और फैलाने के लिए तथा गुणवतापूर्ण शिक्षा और स्वास्थ्य की देखभाल मिलने के लिए की थी।     स्वामी विवेकानंद ने धर्म को एक नया


18-Jul-2015
स्वास्थ्य

सुबह की सैर के लाभ (स्वास्थ्य)

    अपने शरीर की रक्षा करना प्रथम और आवश्यक कार्य है। इससे शरीर निरोग और बलवान रहेगा, तभी अन्य कार्य पूर्ण कर सकेंगे। आरोग्य ही सब धर्मों का मूल है। ‘शरीर माद्यं खुल धर्म साधनम्।’ धर्म, अर्थ, काम और मोक्ष की साधना भी यह मानव शरीर है। आयुर्वेद के चरक निदान में लिखा है, स


17-Jul-2015
सम्पादकीय

सम्पादकीय 17 जुलाई (सम्पादकीय )

बात अमेरिका के फिलेडेल्फिया राज्य की है, एक बार बहुत ही घनी रात में बहुत तेज बारिश हो रही थी, एक बुजुर्ग दम्पति बारिश में बचने के लिए किसी होटल में एक कमरा ढूँढ रहे थे, रात बहुत हो चुकी थी, और बाहर हालत कोई खास अच्छी नहीं थी। ऐसे में वे एक होटल में जब गए, तो बूढे आदमी ने कहा, ’&rsquo


17-Jul-2015
स्वास्थ्य

हृदय रोगों के कारण (स्वास्थ्य)

निम्न कारणों से हृदय रोग होने की आशंका रहती है। बी.पी. का अत्यन्त कम या ज्यादा होना। कोलेस्ट्राल का बढ़ जाना, तैलीय चीजें अधिक खाना। काम, श्रम, व्यायाम बिल्कुल न करना। चिंता, तनाव, अवसाद में डूबे रहना।


17-Jul-2015
स्वास्थ्य

वजन कम करने की जल्दबाजी से बचें (स्वास्थ्य)

मोटापे से ग्रसित होने में समय नहीं लगता। लेकिन इसे घटाने में वक्त लगता है। एक हालिया शोध की मानें तो मोटापे से ग्रसित ज्यादातर लोग सिर्फ तीन दिनों की कोशिश में ही 30 दिनों के परिणाम की अपेक्षा करते हैं। वजन घटाने की जल्दबाजी में कई ऐसे रास्ते अपनाते है जो शारीरिक और मानसिक सेहत दोनों के लिए


16-Jul-2015
सम्पादकीय

सम्पादकीय 16 जुलाई (सम्पादकीय )

कुछ वर्षो पहले की घटना है- बम्बई में रामदास नामक एक सज्जन नौकरी के पैसे लेकर घर लौट रहे थे। रामदास गृहस्थ थे। घर में छः आदमी थे। वे एक व्यापारी फर्म में ढाई सौ रूपये मासिक की नौकरी करते थे। कठिनता से खर्च चलता था। महीने की अन्तिम तारीख को जब वेतन के पैसे मिलते, तब वे महीने भर का अनाज, दूध, दवा, ध


16-Jul-2015
सम्पादकीय

लहसुन- घरेलू वैद्य है (सम्पादकीय )

चिकित्सा विशेषज्ञों के अनुसार तेज एंटीबायोटिक एवं एलोपैथिक दवाएं हमारे शरीर में मौजूद आवश्यक एवं विभिन्न प्रकार के जर्म्स तथा प्रतिरोधी जर्म्स को भी नष्ट कर देती है।  फलस्वरूप शरीर में ‘इस्ट’ की मात्रा बढ़ने लगती है और हम विभिन्न प्रकार की एलर्जी के शिकार हो जाते हैं लेकिन  


16-Jul-2015
लेख

अपने बच्चों कोे कैसे बनाएं आत्मविश्वासी (लेख)

कई बार दुनिया की प्रतिस्पर्धा, आगे बढने की होड और उचित माहौल न मिल पाने की वजह से बच्चों में विश्वास की कमी आ जाती है और वह चिंतित महसूस करते हैं। साथ ही माता-पिता भी अपने बच्चों को शिक्षा में अव्वल देखना चाहते हैं लेकिन इन सब के बीच वह यह भूल जाते हैं कि सफल होने के लिए बच्चों का आत्मविश्वासी हो


16-Jul-2015
सम्पादकीय

सम्पादकीय 15 जुलाई (सम्पादकीय )

मनुष्य उन वस्तुओं और व्यक्तियों के पीछे अहर्निश पागलों की तरह भाग रहा है, जो स्थायी रूप से उसके पास रहने वाली नहीं है। दुख इस बात का है कि इसे समझते-बूझते भी वह इससे आँख मूंदे हुए है। सब जानते हैं कि एक न एक दिन मरना है, किन्तु उस मरण को सुधारने का प्रयत्न नहीं करते। मनुष्य अच्छी-बुरी हर परिस्थित


16-Jul-2015
स्वास्थ्य

दिमाग के लिए खतरनाक है कम सुनना (स्वास्थ्य)

अब तक नाक, कान व गले को ही एक दूसरे से जुड़ा हुआ माना जाता रहा है। इनमें से किसी एक के प्रभावित होने पर बाकी दोनों अंग को भी खामियाजा भुगतना पड़ता है।  लेकिन नए शोध की मानें तो श्रवण शक्ति क्षीण होने से दिमाग पर गहरा असर पड़ता है। विशेषज्ञों का दावा है कि सुनने की क्षमता का संबंध ड