पालक को आमतौर गुणकारी सब्जी तो माना जाता है। लेकिन केवल हिमोग्लोबिन बढ़ाने की दृष्टि से। बहुत कम लोग जानते हैं कि पालक में इसके अलावा और कई गुण भी है जिनसे सामान्य लोग अनजान है तो आइए आज हम आपको पालक के कुछ
रियासत काल की बात है। एक महारानी को एक दिन नदी-विहार की सुझी। आदेश मिलने की देर थी, तत्परता के साथ उपवन में व्यवस्था की गई। महारानी ने जी भर विहार का आनन्द लिया। दिन ढलने लगा और शीतल हवाएं चली तो महारानी को सर्दी अनुभव हुई, उन्होंने सेविकाओं को अग्नि का प्रबन्ध करने का आदेश दिया। सेविकाओं ने काफी
आजकल बच्चों और युवाओं में फास्ट-फूड के प्रति तेजी से लगाव बढ़ रहा है। भागती-दौड़ती जिंदगी में लोगों के पास इतना वक्त नहीं रह गया है कि वे सेहतमंद भोजन कर सकें और वे इधर-उधर कुछ भी खाकर अपना काम चला लेते हैं। डॉक्टर और पोषण विशेषज्ञ कम उम्र के लड़की-लड़कों को ऐसे रोगों का शिकार होने के
बदलते मौसम में और खासतौर पर सर्दियों में अस्थमा के रोगियों की दिक्कत बढ़ जाती है और ऐसे में योग विशेषज्ञ सांस लेने में कठिनाई से जुड़ी इस समस्या के उपचार में योगासन और प्राणायम के कारगर होने का दावा करते हैं. योग से अस्थमा का उपचार होने का दावा करने वाले आचार्य बालकृष्ण
कड़वे स्वाद वाला करेला ऐसी सब्जी है, जिसे अक्सर नापसंद किया जाता है। लेकिन, अपने पौष्टिक और औषधीय गुणों के कारण यह दवा के रूप में भी काफी लोगप्रिय है।यह त्वचा रोग में भी लाभकारी है। इसमें मौजूद बिटर्स और एल्केलाइड तत्व रक्त शोधक का काम करते हैं। करेले की सब्जी खाने
वास्तविकता में ब्रह्माण्ड के विषय में वैज्ञानिको को भी बहुत कम जानकारी हैं। ब्रह्माण्ड के बारे में बहुत कुछ अनुमानों के आधार पर वैज्ञानिकों ने अपने मत प्रस्तुत कियें हैं। रात में आकाश की ओर देखे तो दूर-दूर तक हमें तारें ही तारें दिखाई देते हैं दरअसल यही आसमान ब्रह्माण्ड का एक छोटा-सा भाग हैं। पूर
बुखार कोई रोग या बीमारी नहीं है बल्कि शरीर क्षीण होने की प्रतिक्रिया का संकेत है। बुखार शरीर से गंदगी निकालने की एक प्रक्रिया है जिसमें भूख नहीं लगती है, खाने की इच्छा नहीं होती है। किसी भी अंग में कष्ट होने या शरीर के साथ ज्यादती होने पर बुखार के माध्यम से संकेत देता है और कहता है, स्वास्थ्य को
आप स्वयं को आदर तभी दे पाएँगे, जब आप यह जान पाएँगे कि मैं कौन हूँ? ’मुझे अपने आपको जानना चाहिए, तभी मैं खुश रह पाऊँगा वरना मेरा विकास कैसे होगा?’ आप में स्वयं के प्रति आदर है तो आप जल्द से जल्द सत्य जानना चाहेंगे। स्वयं का आदर करना बहुत मुख्य बात है क्योंकि लोगों के साथ अच्छे व्यवहार
एक मार्ग दमन है तो दूसरा उदारीकरण का, दोनों ही मोर्गों में अधोगामी वृतियां निषेध है। भागवत को सुनने से पाप कट जायेंगे, जैसे कि गोकर्ण ने कथा कही, किन्तु उसके दुराचारी भाई धुंधकारी ने मनोयोग से उसे सुना और उसको मोक्ष प्राप्त हो गया। कई लोगों ने प्रश्न किया कि जब प्रेतयोनि वाले धुंधकारी को मोक्ष मि
कमजोर पाचन शक्ति वालों के लिए तो फलों व सब्जियोें के विभिन्न रस बहुत उपयोगी हैं। हरी सब्जियों में क्लोरोफिल पाया जाता है। यह शरीर में पानी के संतुलन को बनाए रखने में भी मदद करते हैं। कुछ फलों व सब्जियों के रसों की उपयोगिता इस प्रकार है - संतरे का रस - इसमें विटामिन-सी क