अगर आपको त्वचा सम्बन्धी परेशानियां हैं या आप चमकती त्वचा को पाने के लिए तरह-तरह के कास्मेटिक इस्तेमाल करके थक चुके हैं तो प्रतिदिन एक गिलास गरम पानी पीना शुरू कर दीजिये | आपकी त्वचा परेशानियों से मुक्त हो जाएगी और चमकने लगेगी |गरम पानी पीने से शरीर से विषैले तत्व बाहर निकल जात
* संतुलित और पौष्टिक आहार लेने की कोशिश तो सभी लोग करते हैं। फिर भी आज की व्यस्त जीवनशैली की वजह से खानपान में कुछ कमी जरूर रह जाती है।
जीवन में सफलता प्राप्त करने के लिए शारीरिक स्वास्थ्य का ध्यान रखना हमारा सर्वप्रथम कत्र्तव्य है। शरीर को निरोग रखिए। इसकी शक्ति तथा सहन सामथ्र्य बढ़ाइए। जहाँ तक हो सके, इसे सुन्दर से सुन्दर बनाने का प्रयत्न कीजिए। अपने कमरे में अपोलो की अथवा वीनस की एक छोटी सी मूर्ति प्रेरणा हेतु रखिए। प्रत्येक व
तुलसी का पौधा कितना अनमोल है, यह इसी बात से पता चल जाता है कि इसके गुणों को देखकर इसे भगवान की तरह पूजा जाता है। यूं तो आज हर आदमी को किसी न किसी बीमारी ने अपने कब्जे में कर रखा है। लेकिन केंसर एक ऐसी बीमारी है जो लाइलाज कही जाती है। इस बीमारी का कोई परमानेंट इलाज नहीं है। आज यह बीमारी तेजी से फै
अपने यहाँ चार पुरुषार्थ गिनाए गए हैं, धर्म, अर्थ, काम और मोक्ष। इन चारों का निर्वचन ईशावास्योपनिषद के प्रथम श्लोक मंे है। ईश शब्द ’ईट’ धातु से बना हुआ है। मतलब यह है कि जो सभी को अनुशासित करता है या जिसका आधिपत्य सब पर है, वही ईश्वर है। उसे न मानना स्वयं को भी झुठलाना है। जो अपने को न
ब्रजभूमि महोत्सव अनूठा व आश्चर्यजनक होता है। सबसे पवित्रतम स्थान तो मथुरा को ही माना जाता है, और मथुरा में भी एक सुन्दर मन्दिर को जिसमें ऐसा विश्वास है कि यही वह स्थान है, जहाँ पर श्रीकृष्ण का जन्म हुआ था। ऐसा अनुमान है कि सात लाख लोगों से भी अधिक श्रद्धालु मथुरा व आस-पास के इलाक़ों से इस स्थान प
नालंदा का प्रसिद्ध सूर्य धाम औंगारी और बड़गांव के सूर्य मंदिर देश भर में प्रसिद्ध हैं। ऐसी मान्यता है कि यहां के सूर्य तालाब में स्नान कर मंदिर में पूजा करने से कुष्ठ रोग सहित कई असाध्य व्याधियों से मुक्ति मिलती है। प्रचलित मान्यताओं के कारण यहां छठ व्रत करने बिहार के कोने-कोने से ही नहीं, बल्कि
मधुमेह को घरेलू इलाज से करें कंट्रोल मधुमेह बीमारी में रक्त में शर्करा की मात्रा सामान्य से अधिक हो जाती है। अभी तक इसका कोई स्थाई इलाज सामने निकल कर नहीं आया है। इसलिए अगर आपको डायबीटीज को कंट्रोल करना है, तो अच्छा पौष्टिक आहार और अपने लाइफस्टाइल में परिवर्तन लाना होगा।इस बीमारी
नारायण सेवा संस्थान के हिरण मगरी स्थित मानव मन्दिर हाॅस्पीटल व बड़ी ग्राम स्थित सेवा महातीर्थ में शनिवार को रक्षाबन्धन पर्व उत्साह से मनाया गया। देश-विदेश से निःशुल्क पोलियो करेक्शन के लिए आए विकलांग भाई-बहिनों को संस्थापक-चेयरमैन श्
आमतौर पर हम लौकी का प्रयोग सब्जी के रूप में ही करते हैं। सब्जी बनाते वक्त हम लौकी को छिल कर उसके छिलके को फेंक देते हैं पर क्या आपको मालूम है कि लौकी के छिलके से आप खूबसूरत चेहरा पा सकती हैं। आज हम आपको लौकी के छिलकों के कुछ ऐसे ही फायदे त्वचा को निखारता ह