1. बिना सोच विचार के अविवेकपूर्ण तरीकों से लिए गये निर्णय बर्बादी की ओर ले जाते है। अतः किसी भी निर्णय को करते समय विवेक को जागृत रखो। 2. विचारों की निष्पक्षता बनाई रखें तथा मूखों से बहस न करें। 3. किसी की भी अच्छाईयों की सबके सामने खुलकर प्रशंसा करें तथा उनकी गलतियों व
पूजन कार्य में शंख का उपयोग महत्वपूर्ण होता है। लगभग सभी देवी-देवताओं को शंख से जल चढ़ाया जाता है लेकिन शिवलिंग पर शंख से जल चढ़ाना वर्जित माना गया है। आखिर क्यों शिवजी को शंख से जल अर्पित नहीं करते है ? इस संबंध में शिवपुराण में एक कथा बताई गई है। शिवपुराण की कथा
काली मिर्च एक अनुपम औषधि है। लाल मिर्च की अपेक्षा यह कम दाहक और अधिक गुणकारी है। इसीलिए मसाले में लाल मिर्च की बजाय काली मिर्च का उपयोग प्रचलित है। काली मिर्च का योग्य रीति से उपयोग किया जाए तो वह रसायन गुण देती है। आयुर्वेद में काली मिर्च को सभी प्रकार के बैक्टीरिया, वायरस आदि का नाश करने वाली औ
शाकाहार और हम किसी भी हिन्दू का शाकाहारी होना आवश्यक है, क्योकि शाकाहार का गुणगान किया जाता है। शाकाहार को सात्विक आहार माना जाता है। आवश्यकता से अधिक तला भुना शाकाहार ग्रहण करना भी राजसिक माना गया है। मांसाहार को इसलिये अच्छा नहीं माना जाता, क्योंकि मांस पशुओं की हत्या
आंवले को बहुत ही गुणकारी माना जाता है लेकिन आंवले का सबसे बड़ा गुण यह है कि इसे पकाने के बाद भी इसमें
व्यायाम कब और कैसे:- व्यायाम का अर्थ है संपूर्ण शरीर या शरीर के किसी अंग विशेष को एक समान लय में कुछ निश्चित समय एवं निश्चित अनुपात में गति देना, माँसपेशियों, हड्डियों एवं रक्त परिवहन को सुषुप्तावस्था से जाग्रत करना, उत्तेजित करना, उनकी कार्यप्रणाली में गति प्रदान करना।
1. घर में जूते चप्पल इधर-उधर बिखेरकर या उल्टे करके नहीं रखने चाहिए, इससे घर में अशांति उत्पन्न होती है। 2. पूजा सुबह भूमि पर आसन बिछाकर पूर्व या उत्तर दिशा की ओर मुँह करके बैठकर करनी चाहिए। पूजा का आसन जूट अथवा कुश का हो तो उत्तम है। 3. पहली रोटी गाय के लिए निकालें। इससे देवता भी खु
सर्दियों में जुकाम दुनियाभर के लोगों को प्रभावित करने वाली सबसे आम बीमारी है। 100 से भी ज्यादा वायरस ऐसे हैं, जो इसके लिए जिम्मेदार हो सकते हैं और यह बहुत आसानी से फैलता है। इसलिए जुकाम फैलाने वाले वायरसों के संक्रमण से बचना काफी मुश्किल हो जाता है। शरीर में पहुंचने के बाद ये वायरस संख्या में बढ़न
मसाले व औषधि के रूप में अजवाइन का प्रयोग पुराने समय से हो रहा है। यह भोजन को पचाकर भूख बढ़ाती है। जानते हैं इसके फायदों के बारे में... पेट के कीड़े अजवाइन चूर्ण आधा ग्राम, काला नमक आधा ग्राम मिलाकर रात को सोते समय गर्म पानी से बच्चों को दें। पेट के कीड़े दू
शहद और दूध दोनों संपूर्ण आहार माने जाते हैं। वैसे तो दूध पीने व शहद खाने दोनों के ही कई लाभ होते हैं, लेकिन दूध और शहद दोनों को साथ लिया जाए तो इनके गुण दोगुने हो जाते हैं।शहद अपने एंटी