अपने आप को आश्वस्त करें-अपनी चिंताओं से बेफिक्र होकर उनका सामना करना शुरू करें। आप ऐसा क्यों महसूस कर रहे हैं और आपके भीतर का डर क्या है इसे समझें और आत्मविश्लेषण करें। फिर अपने आप को गले लगाने का आभास करके अपने आप से कहें कि सब कुछ ठीक हो जाएगा। चिंता बढ़ने की अवस्था में ऐसा कहें कि स्थिति उतनी ब
बाल झड़ना तो एक आम समस्या है। यह बात भी कहना गलत नहीं होगा कि जिन लोगों के बाल झड़ जाते है, उनमे से ज्यादातर लोग बाल लाने के लिए कई जतन करतेक है। वह उपाय कितने कारगर होते हैं यह एक अलग बात है। जानकारों के मुताबिक एलोपैथिक ट्रीटमेंट महंगा होता है लिहाजा कई लोग घरेलू नुस्खों के जरिए ऐसी कवायद करते है
भूखें है क्या? तो मेवे खाओं और सेहत बनाओं। अगली बार सुबह के नाश्ते और दोपहर के खाने के बीच में जब आपको हल्की-हल्की भूख लगे तो थोड़े से मेवे हाथ में ले लें। काम करने के दौरान इन्हें चबाते रहें। इससे आप जंक फूड, तले-भूने खाने से तो बचेंगे ही, इस सबके अलावा नए स्वाद की दुनिया में भी कदम रखेंगे और कह
हानिकारक दुर्व्यसनों को ठंडी आग कहा जाता है। गरम आग में जलकर भस्म हो जाने में देर नहीं लगती, पर पानी में डूब मरने से भी दुष्परिणाम वैसा ही भयंकर दृश्य रोमाचंकारी लगता है और दर्शकों की आँखों में काफी देर तक दहलाने वाला दृश्य खड़ा किए रहता है। जबकि पानी में किसी के डूबने का समाचार सुनकर जरा-सी ही प्
यदि आपको खाने के कुछ घंटों के बाद उल्टी, जी मिचलाने या तेज पेट दर्द इत्यादि की शिकायत होती हैं तो यह फूड पॉयजनिंग के लक्षण हैं। आइए जाने फूड प्वॉइजनिंग से बचने के घरेलू उपायों के बारे में। फूड पॉयजनिंग- बैक्टीरिया युक्त भोजन करने से फूड पायजनिंग हो जाती हैं। भोज
योग पौराणिक काल से ही भारतीय संस्कृति का हिस्सा रहा है। वेदों के अनुसार हमारा शरीर पंच तत्वों से मिलकर बना है। पृथ्वी यानि मिट्टी, वायु, जल, आकाश और अग्नि। ये पांच तरह के तत्व वैज्ञानिक भाषा में योगिक जो की अनेकों तत्वों के संयोग से बने होते हैं। इस सारी सृष्टि में जितने भी पदार्थ हैं और जिस अनुप
ंवैसे तो किशमिश सूखे हुए अंगूर का दूसरा रूप है परन्तु इसमें न सिर्फ अंगूर के गुण विद्यमान होते हैं बल्कि दूध के भी लगभग सभी तत्व पाये जाते हैं। किशमिश को दूध के अभाव में प्रयोग में लाया जा सकता है, क्योंकि यह दूध की तुलना में जल्द ही पच जाता है। वृद्धावस्था में इसका नियमित इस्तेमाल करने से
वेजीटेरियन-हमारे देश में वेजीटेरियन डाइट सबसे पाॅपुलर है। इस डाइट को खाने वाले लोग मांसाहारी डाइट और यहां तक की अंडे से भी दूर रहते हैं। ये लोग सब तरह के फल-सब्जियां और डेयरी प्रोडक्ट्स जैसे-दूध, घी, बटर आदि पर निर्भर होते हैं यानी इनकी डाइट प्लांट-बेरड ज्यादा होती है।
मात्र 30 से.मी. से सवा मीटर तक के अजवायन के ऊंचे पौधों पर लगने वाला बीज हर परिवार की अनिवार्य आवश्यकता रहती है। इसीलिए इस पौधे को जन उपयोगी माना जाता है। अजवायन को यवानी नाम भी दिया जाता है, जो महिलाओं के अनेक दुःख दूर करती है। इसके प्रयोग के लिए बीज, पत्ते, तेल तथा अर्क सभी प्राप्त किये ज
क्या आप पानी पीने के लिए प्यास लगने का इंतजार करते हैं। यदि हां तो अपनी आदत में सुधार कर लें क्योंकि हाल ही हुए कई शोधों में यह प्रमाणित हुआ है कि पानी काम करने की क्षमता और एकाग्रता में वृद्धि करता है। डाइटीशियन के अनुसार सामान्य स्थिति में हमें एक दिन में 2-3 लीटर तरल पदार्थ की जरूरत होत